स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि पोलियो वैक्सीन की बूंद के लिए 2022 का पहला उप-राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस कल यानी की 19 जून से बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में शुरू होगा। इस अभियान के दौरान 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग 3 करोड़ 9 लाख बच्चों को बूथ, घर-घर, मोबाइल और ट्रांजिट टीमों के माध्यम से पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
भारत सरकार ने अपने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में बच्चों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए injectable Inactivated पोलियो वायरस वैक्सीन भी पेश किया है।
#Polio Sub-National Immunization Day will be conducted from 19th June 2022 in 11 states/ UTs
Around 3.9 crore children less than 5 years are targeted to be given Polio Drops through booth, house-to-house, mobile and transit teams
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— PIB India (@PIB_India) June 18, 2022
विश्व स्तर पर पोलियो अभी भी दो देश- अफगानिस्तान और पाकिस्तान में endemic है। लेकिन जंगली पोलियो वायरस के आयात या वैक्सीन-व्युत्पन्न पोलियो वायरस के उभरने का जोखिम वैश्विक उन्मूलन तक बना रहता है, जो देश में उच्च जनसंख्या प्रतिरक्षा और संवेदनशील निगरानी बनाए रखने की आवश्यकता पड़ता है।
मंत्रालय ने कहा कि भारत Universal Immunization Program के तहत अतिरिक्त टीके लगाकर अपने बच्चों को अधिक से अधिक वैक्सीन-निवारक रोगों से बचाने के प्रयास कर रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी माता-पिता से अपने 5 साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो का टीका लगवाने का आग्रह किया है।
WHO के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के 10 अन्य देशों के साथ भारत को 27 मार्च 2014 को पोलियो मुक्त प्रमाणित किया गया था। देश में पोलियो का आखिरी मामला 13 जनवरी 2011 को हावड़ा, पश्चिम बंगाल से सामने आया था।
राष्ट्रीय पोलियो कार्यक्रम के तहत सीखे सबक और सिस्टम का उपयोग कर नियमित टीकाकरण को करने 90% से अधिक पूर्ण टीकाकरण कवरेज प्राप्त करने के लिए किया जा रहा है।
राज्य सरकार और संगठन जैसे WHO, UNICEF, रोटरी इंटरनेशनल और अन्य भागीदार ने न केवल पोलियो उन्मूलन में बल्कि नियमित टीकाकरण पहल में सुधार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह बता दें कि हर साल 24 अक्टूबर को विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है ताकि देशों को बीमारी के खिलाफ अपनी लड़ाई में सतर्क रहने का आह्वान किया जा सके।