नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)| लोकसभा सत्र का दूसरा दिन सांसदों के शपथ लेने के दौरान कई तरह के नारों का गवाह बना। भाजपा सांसद ‘जय श्रीराम’, ‘वंदे मातरम्’, ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते रहे।
सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (asaduddin owaisi) रहे, जिन्होंने भाजपा के ‘जय श्रीराम’ व ‘वंदे मातरम्’ के नारों के बीच मंगलवार को 17वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। ओवैसी ने इन नारों का जवाब ‘जय भीम’ व ‘अल्लाह-ओ-अकबर’ से दिया।
हैदराबाद के सांसद जैसे ही शपथ लेने के लिए अध्यक्ष के आसन के समक्ष गए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लगभग सभी सांसद ‘जय श्रीराम’, ‘वंदे मातरम्’, ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने लगे। ओवैसी ने मुस्कराते हुए इन सदस्यों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
उर्दू में शपथ लेने के बाद ओवैसी ने नारा लगाया, “जय भीम, नारा-ए-तकबीर अल्लाह-ओ-अकबर, जय हिंद।”
भाजपा द्वारा नारे लगाए जाने पर बाद में ओवैसी ने कहा, “अच्छा है कि उन्हें (भाजपा सांसदों को) इस तरह की बातें याद आ जाती हैं, जब वे मुझे देखते हैं। मुझे उम्मीद है कि उन्हें संविधान भी याद होगा और मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत भी।”
अधिकांश भाजपा सांसदों ने शपथ ग्रहण के समय ‘जय श्रीराम’, ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और लखीमपुर खीरी के भाजपा सांसद अजय कुमार के बीच व्यंग्य का आदान-प्रदान जैसा होता दिखा, जब कुमार ने ‘जय श्रीराम’, ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हस्तक्षेप किया और राहुल को इशारा कर कोई टिप्पणी नहीं करने के लिए कहा।
भाजपा सांसदों ने ये नारे हर उस बार लगाए, जब तृणमूल कांग्रेस के किसी भी सांसद ने शपथ ली।
तृणमूल की काकोली घोष ने भाजपा सांसदों के नारों पर पलटकर ‘जय हिंद’ और ‘जय बंगाल’ का नारा लगाया। उनकी कड़ी प्रतिक्रिया का सोनिया गांधी ने मेज थपथपा कर स्वागत किया।
अमरावती के निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने नारों पर आपत्ति जताते हुए कहा, “यह इसके लिए सही जगह नहीं है। इसके लिए मंदिर हैं। सभी भगवान एक समान हैं, लेकिन किसी को उसका नाम लेकर निशाना बनाना गलत है।”
जब उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज ने संस्कृत में शपथ ली तो ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ के भी नारे लगाए गए।
मथुरा की भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने शपथ ग्रहण का समापन ‘राधे राधे कृष्णम वंदे, जगत गुरु’ के साथ किया।
गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने भोजपुरी में शपथ लेनी चाही, लेकिन प्रोटेम स्पीकर वीरेंद्र कुमार ने नियमों के तहत उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी।
सदन की मौखिक सहमति के बाद समाजवादी पार्टी सांसद मुलायम सिंह यादव को उनकी सीट के पास से ही शपथ लेने की इजाजत दी गई। मुलायम अस्वस्थ चल रहे हैं।