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    हार्दिक पांड्या

    हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ एक विस्फोटक पारी खेली थी। आलराउंडर ने उस मैच में अपनी शानदार पारी से भारत की चैंपयिंस ट्रॉफी जीतने की उम्मीदो को जीवित रखी थी।

    पांड्या ने उस मैच में पाकिस्तान के गेंदबाजो को मैदान के चारो और मारा और केवल 43 गेंदो में 76 रन की पारी खेली थी।

    हार्दिक पांड्या

    जैसी ही भारत ने इस मैच में अपना कमबैक करना शुरु किया था, लेकिन टीम को एक बड़ा झटका लग गया। पांड्या और रविंद्र जडेजा के बीच एक खराब तालमेल की वजह से पांड्या को इस मैच में रन आउट होना पड़ा था और भारत का चैंपियंस ट्रॉफी पर दूसरी बार कब्जा करने का सपना यही समाप्त हो गया था।

    हार्दिक पांड्या

    पांड्या को उस समय आउट होकर बहुत बुरा लगा और वह मैदान पर चिल्लाने लग गए थे।

    तब से दोनो ही खिलाड़ियो ने एक लंबा सफर तय किया है। जिसमें पांड्या भारत के लिए और ज्यादा उभर कर सामने आए है, जडेजा ने भी हाल में सीमित ओवर के क्रिकेट में वापसी की जब्कि वह टेस्ट क्रिकेट में टीम का नियमित हिस्सा है।

    हार्दिक पांड्या

    आईसीसी द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में पांड्या ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के बारे में कुछ बाते साझा कि है और खुलासा किया है कि उन्होने मैच के बाद जडेजा से मांफी मांगी थी।

    पांड्या ने कहा, ” मैं उनमें से हूं जो खेल के प्रति बहुत जूनून रखता है। मुझे नही लगता अब मैं ऐसा करूंगा। वह केवल एक भावना थी।”

    jadeja

    ” ईमानदारी से, अगर आप उस परिस्थिती में होते, तो आपके दिमाग में भी कुछ और नही आता। उस समय बस मेरे दिमाग में गुस्सा आया, मैं उस जोन में खा और सब कुछ होता गया।”

    ” मैं ड्रेसिंग रुम में गया, मैंने जड्डू से बात की और मैंने उनसे मांफी मांगी। मैंने उनसे कहा यह केवल गुस्से में था और यह सब मैंने जान-बूझकर नही किया। मैं एक बुरा लड़का नही हूं।”

     

    जडेजा, ने इस बीच आलराउंडर की बहुत प्रशंसा की और कहा वह भारतीय टीम के आलराउंडर है।

    जडेजा ने कहा, ” वह हमेशा वह चिल रहते है। वह गेम का आनंद लेते है और अपने ऊपर कोई दबाव नही लेते। वह एक रोकस्टार है। वह हमारे लिए असल में एक गेम-चेंजर साबित हुए है।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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