बुधवार को राज्य सभा में केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर बोले की अभी तक हमारे देश में कुल 123 लोगों के आधार कार्ड जारी किये जा चुके हैं। इसके साथ ही एक लिखित सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की जनसंख्या 121,08,54,977 थी। वे ये बताकर इस बात पर प्रकाश डालना चाह रहे थे की 2011 में भारत की जितनी जनसँख्या थी उससे ज्यादा आधार कार्ड जारी किये जा चुके हैं।
आधार कार्ड के कुछ आंकडें :
यूआईडीएआई ने 30 नवंबर, 2018 तक कुल 122.90 करोड़ आधार कार्ड जारी किए हैं, उन्होंने कहा कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों को 6.71 करोड़ कार्ड जारी किए गए और 5 साल की आयु से 18 साल की आयु तक के लोगों को 29.02 करोड़ कार्ड दिए गए।
अहिर ने यह भी कहा कि 2011 की जनगणना के पिछले एक वर्ष के भीतर पैदा हुए बच्चों की संख्या 2,08,98,228 है।
जन्म एवं मृत्यु दर :
इसके बाद उन्होंने जन्म एवं मृत्यु दर के अंडों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 2016 की जन्म दर 20.4 है और मृत्यु दर 6.4 है।
आधार कार्ड के बारे में कुछ जानकारी :
विकिपीडिया के मुताबिक़ आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा भारत के नागरिकों को जारी किया जाने वाला पहचान पत्र है। इसमें 12 अंकों की एक विशिष्ट संख्या छपी होती है जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण जारी करता है। यह संख्या, भारत में कहीं भी, व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण होगा।
भारतीय डाक द्वारा प्राप्त और यू.आई.डी.ए.आई. की वेबसाइट से डाउनलोड किया गया ई-आधार दोनों ही समान रूप से मान्य हैं। कोई भी व्यक्ति आधार के लिए नामांकन करवा सकता है बशर्ते वह भारत का निवासी हो और
यू.आई.डी.ए.आई. द्वारा निर्धारित सत्यापन प्रक्रिया को पूरा करता हो, चाहे उसकी उम्र और लिंग (जेण्डर) कुछ भी हो। प्रत्येक व्यक्ति केवल एक बार नामांकन करवा सकता है। नामांकन निःशुल्क है। आधार कार्ड एक पहचान पत्र मात्र है तथा यह नागरिकता का प्रमाणपत्र नहीं है।