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    सुनील छेत्री

    बेंगलुरु एफसी के कप्तान सुनील छेत्री ने अपनी टीम को इंडियन सुपर लीग के खिताब पर पहली बार कब्जा करवाया है। पिछले सीजन आईएसएल के फाइनल में चेन्नई एफसी से मिली हार के बाद अब टीम ने गोवा एफसी को मात देकर पहली बार खिताब पर कब्जा किया है। दूसरे हाफ में राहुल भाके के हैडर से बेंगलुरु की टीम को मैच में 1-0 से बढ़त मिली जिससे वह खिताब पर कब्जा करने में सक्षम रहे।

    छेत्री ने रविवार रात मैच जीतने के बाद पोस्ट-मैच समारोह में कहा, ” पिछले साल फाइनल के बाद, मैंने कहा हम दोबारा वापस आएंगे। बॉल बाय से कोच कार्ल्स कुद्ररेत सब चाहते थे हम यहा तक दोबारा आए। हम इस खिताब को बुरी तरीके से जीतना चाहते थे। जब हम हारते है, जैस हम पिछले साल हारे थे, तो यह एक जीत मिठी जीत है। एशिया, हम दोबारा आ रहे है।”

    अब आईएसएल जीतकर, बेंगलुरू एफसी अगले साल एएफसी एशियाई कप में खेलेगा। छेत्री ने यह भी कहा कि यह सराहनीय है कि गोल्डन बूट अवार्ड पाने वाले फेरान कोरोमिनास जैसे खिलाड़ी को तीनों मौकों पर अपनी टीम के खिलाफ कोई मौका नहीं मिला जब दोनों टीमें भिड़ीं।

    छेत्री ने आगे कहा, ” कोच के द्वारा संदेश मिला था की हमे अटैक के लिए खेलना होगा लेकिन कुछ देर बाद ही हम बॉल छोड़ने लग गए, हम दोबारा वापस गए और बचाव रखना शुरू किया। मैरे लिए मिकु और उदांता सिंह के लिए डिफेंस मोड में खेलना बहुत मुश्किल हो रहा था क्योंकि हम अटैंकिंग मानसिकता रखने वाले खिलाड़ी थे।”

    आगे उन्होने कहा, ” मैं बहुत खुश हूं हमने किया क्योंकि निशु कुमार और हरमनजोत खबरा ने गोल पर सुरक्षा बड़ा रखी थी जब मैं और उदांता गेंद को ट्रैक कर रहे थे। यह सराहनीय है कि कोरो (कोरोमिनास) जैसे खिलाड़ी को तीन मैचों में हमारे लिए खुला मौका नहीं मिला। पिछले साल हमारी टीम टुकड़ो में खेल रही थी और हम हावी होकर भी दो गोल खा गए थे, लेकिन फिर हमने आज सोचा की यह दोबारा नही दोहारएंगे।”

    यह पूछने पर कि वह इस जीत को कहां तक ले जाएंगे, छेत्री ने कहा, टॉप-2। नंबर 2। विजेता कोच कार्ल्स क्यूआड्राट ने कहा कि “टीम इस खेल को दंड के लिए नहीं ले जाने की कोशिश कर रही थी क्योंकि यह किसी का भी खेल हो सकता है।” हम कोशिश कर रहे थे कि खेल टाई-ब्रेकर में न जाए क्योंकि यहा से खेल किसी के पक्ष में जा सकता था। हम खुश हैं कि बॉक्स में एक गेंद ने हमें जीत दिलाई। यह एक सेट-पीस द्वारा किया गया सातवां गोल है और यह दर्शाता है कि गेम में सेट-पीस कितने महत्वपूर्ण हैं।”

    https://www.youtube.com/watch?v=2VHLygQjqH4

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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