बुधवार को लखनऊ में यूपी निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। इस दौरान मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को हासिल करने के लिए पहला राज्य बनने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र राज्य के बीच प्रतिस्पर्धा भी हो सकती है।
मोदी ने कहा कि ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने के लिए उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बीच एक प्रतियोगिता हो सकती है। इससे रोजगार पैदा हो सकेगा। पहला ट्रिलियन राज्य बनने की दौड़ में दोनो राज्यों को प्रतियोगिता अपनानी चाहिए ताकि दोनों का ही विकास हो सके।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के मुताबिक, 2015-16 में महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्थाओं का आकार क्रमशः 308 अरब डॉलर और 172 अरब डॉलर था। साल 2016-17 में, यूपी 196 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गई।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले सालों में भारत 5 खरब डॉलर के क्लब में शामिल हो सकता है। भारतीय अर्थव्यवस्था 2017-18 में 2.56 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था होने का अनुमान है।
दो दिनों तक चलने वाले इस निवेशक सम्मेलन में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल), आदित्य बिड़ला ग्रुप, महिंद्रा ग्रुप, टाटा समूह और अडानी ग्रुप सहित विभिन्न कारोबारी नेताओं ने अगले कुछ वर्षों में यूपी में बड़े निवेश की घोषणा की।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस जियो अगले तीन सालों में 10000 करोड रूपये का निवेश करेगी। टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा समूह विनिर्माण, आईटी और सेवाओं सहित सभी क्षेत्रों में यूपी के विकास में भाग लेने के लिए वाराणसी में एक आईटी सक्षम सेवा केंद्र खोलेगा।
इसके अलावा आनंद महिन्द्रा व गौतम अडानी ने भी यूपी में निवेश करने की घोषणा की। आदित्य बिडला ग्रुप सीमेंट और रासायनिक उत्पादन इकाइयों का विस्तार करेगा और उत्तर प्रदेश में वित्तीय सेवाओं का संचालन करेगा।