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    MP polls

    मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान के दौरान इवीएम ख़राब होने की कई शिकायतों के बाद कांग्रेस ने उन मतदान केन्द्रों पर दोबारा मतदान की गुहार लगाईं है जहाँ 3 घंटे और उससे ज्यादा समय तक मतदान बाधित हुआ।

    राज्य में लगभग 75 फीसदी मतदान होने के अगले दिन भाजपा ने भी उन केंडो पर दोबारा मतदान कराये जाने की मांग की है जहाँ इवीएम ख़राब होने की शिकायतें मिली, खासतौर पर सतना और भिंड जिलों में। मतदान के दौरान इवीएम के कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट और वीवीपीएटी मशीनों में खराबी की बात सामने आई थी।

    मतदान समाप्त होने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस की जीत के प्रति आश्वस्तता जताते हुए कहा कि “आज के चुनाव की खासियत ये है कि 2 चीजें शांति से निपट गई। एक तो चुनाव और दूसरी बीजेपी।”

    कमलनाथ ने चुनाव आयोग पर मतदान से पहले वोटिंग मशीनों के जांच सही ढंग से करने में असफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो मशीने बदली गई वो भी ठीक ढंग से काम नहीं कर रही थी।

    उन्होंने मांग की कि जहाँ भी तकनिकी कारणों से मतदान में 3 घंटे या उससे ज्यादा का विलम्ब हुआ वहां दोबारा मतदान कराया जाए। उन्होंने बताया कि पार्टी ने चुनाव आयोग के सामने 150 शिकायतें दर्ज कराई है।

    प्रदेश में कांग्रेस को मिलने वाली सीटों के अनुमान पर कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस 140 सीटें जीतेगी।

    भाजपा ने भी दोबारा मतदान को लेकर चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। पार्टी ने कहा कि खराब मशीनों की वजह से सतना में मतदान में काफी विलम्ब हुआ इसलिए वहां दुबारा मतदान कराया जाए इसके अतिरिक्त भिंड, जहाँ से हिंसा की ख़बरें आई वहां भी दुबारा मतदान कराये जाने की मांग की।
    पार्टी ने कहा कि भिंड में निष्पक्ष मतदान नहीं हुआ जिसके कारण वहां पुनर्मतदान की आवश्यकता है।

    इसके अलावा पार्टी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ भी चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराया है। कमलनाथ पर मतदान के बाद मतदान केंद्र पर ही पंजा दिखाए जाने का आरोप है। पार्टी ने भोपाल नॉर्थ से कांग्रेस प्रत्याशी आरिफ अकील पर अपने व्यक्तिगत वाहन से मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाये जाने की शिकायत की है।

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

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