प्रधानमंत्री मोदी के बारे में कहा जाता है कि वह विश्राम बहुत ही कम करते है और अपने कार्यकाल का ज्यादा समय यात्रा में बिता देते है। जरूरतों के हिसाब से उनकी यात्रा सुनियोजित होती है। गुजरात में ताबड़तोड़ 4 रैलिया करने के बाद आज मोदी हैदराबाद पहुँच गए। यहां आकर उन्होने बहुप्रतीक्षित हैदराबाद मेट्रो रेल सेवा का ना सिर्फ उन्होने उद्घाटन किया बल्कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और राज्यपाल ईसीएल नरसीमन के साथ मेट्रो की सफर का मजा भी लिया।
30 किलोमीटर लंबी मेट्रो रेल सेवा की शुरुआत प्रधानमंत्री ने दोपहर सवा दो बजे मियापुर स्टेशन पर किया। यह मेट्रो अपने पहले चरण में नगोले और मियापुर के बीच चलेगी। इस मार्ग में 24 स्टेशन होंगे, मेट्रो का टाइम टेबल तेलंगाना के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री केटी रामा राव अनुसार सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक होगा। हालंकि केटी रामा ने बताया है कि मेट्रो की यह समय सारणी अभी कुछ वक्त के लिए ही है। बाद में यात्रिओं की मांगो को देखते हुए रात 11 बजे या इससे ज्यादा समय तक के लिए समय को बढ़ाया जा सकता है।
इस मॉडल को नवीन परियोजना और सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल के रूप में देखा जा रहा है तथा बताया जा रहा है कि मेट्रो का किराया आम आदमी के लिए देना भी आसान होगा। मेट्रो की यह सेवा सुरक्षित, किफायती और तेज बताई जा रही है। इस सेवा से जहां लोगों की यात्रा का खर्चा कम होगा वहीं उनका समय भी बचेगा।
मोदी ने ट्वीटर पर मेट्रों की सफर की तस्वीरों को शेयर करते हुए कहा कि ”हैदराबाद मेट्रो का शुभारंभ, एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है जो हैदराबाद के नागरिकों को लाभ देगा”
Launched the Hyderabad Metro, a significant infrastructure project that will benefit the citizens of Hyderabad. pic.twitter.com/icgziF1SoP
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2017
मेट्रों के आने से सबसे ज्यादा आराम विद्यार्थी वर्ग को होगा, स्कूलों और कॉलेजों में जाना उनके लिए आसान हो जाएगा वहीं महिलाओं के लिए भी यह यात्रा सुरक्षित मानी जा रही है। बता दे कि मियापुर-नगोले मार्ग पर निजी एजेंसियों के 546 सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे जो हर स्टेशन पर तीन पुलिस अधिकारियों के तहत काम करेंगे। यात्रा की सुरक्षा को वक्त के साथ बढ़ा दिया जाएगा।
अभी तक के हिसाब से मेट्रो ट्रेनों में तीन डिब्बे (कोच) होंगे और प्रत्येक डिब्बे में 330 लोग यात्रा कर पाएंगे लेकिन यात्रिओं की संख्या को देखते हुए डब्बों को भविष्य में बढ़ाया जा सकता है। इस परियोजना को अभी पूरा होने में कम से कम एक साल का वक्त और लगेगा।