हैदराबाद के स्पेशल मेट्रोपॉलिटन कोर्ट ने तारिक अंजुम, जिसे 2007 के हैदराबाद ब्लास्ट में दोषियों को मदत करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। उसे कोर्ट द्वारा दोषी करार दिया जा चूका हैं। आपको बता दे, 2007 में हैदराबाद में दो शक्तिशाली विस्फोटकों की मदत से गोकुल चाट और ओपन थिएटर में ब्लास्ट किया गया था। इस हादसे में 44 लोगों की मौके पर मौत हो गयी थी और 68 लोग गंभीर जख्मी हुए थे।
तारिक अंजुम, नयी दिल्ली में रहनेवाले सिविल इंजिनियर हैं। तारिक अंजुम को 2011 में हैदराबाद ब्लास्ट के प्रमुख आरोपियों को मदत करने और छुपने के लिए जगह मुहैय्या कराने के इल्जाम में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आपको बतादे, इंडियन मुजाहिदीन का सरगना रियाज भटकल और उसका भाई इकबाल भटकल इन दोनों ने 2007 में हैदराबाद में ब्लास्ट करवाए थे। पुलिस के अनुसार तारिक अंजुम ने दोनों भटकल भाईओं को पुलिस से छुपने में मदत की थी।
हैदराबाद ब्लास्ट केस पर सुनवाई के लिए चेरापल्ली सेंट्रल प्रिजन में विशेष अदालत का गठन किया गया हैं। तारिक अंजुम समेत अन्य दो आरोपियों की सजा का एलान कोर्ट द्वारा आज(सोमवार) देर शाम किए जाने की उम्मीद हैं।
इस केस से जुड़े अन्य दो आरोपी अनिक शफीक और मोहम्मद अकबर इस्माइल चौधरी, इन दोनों को स्पेशल जज टी श्रीनिवास राव ने दोषी करार दिया हैं। यह दोनों आरोपी इंडियन मुजाहिदीन चीफ रियाज़ भटकल से जुड़े हुए थे।
फारूक शरफुद्दीन तरकश और मोहम्मद सादिक इसर अहमद शेख इन डॉन संदिग्धों को सबूतों की कमी की वजह से पुलिस कस्टडी में भेजा गया हैं। इन दो संदिग्धों पर बाद में फैसला सुनाए जाने की उम्मीद हैं। तारिक अंजुम को अलावा सभी चार आरोप महाराष्ट्र के निवासी हैं।
हैदराबाद ब्लास्ट का मास्टरमाइंड रियाज़ भटकल,उसका भाई इकबाल भटकल और उका करीबी सहयोगी आमिर रजा खान पाकिस्तान में होने के संकेत हैं।