पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद इमरान खान ने कहा था की वे शानोशौकत वाली जिंदगी नहीं जिएंगे, बल्कि एक आम नागरिक के रुप में प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालेंगे। लेकिन इसी बीच उन्होंने कहा, की हेलीकॉप्टर की सवारी कार से सस्ती और किफायती होती है। उनके इस विधान से पाकिस्तानी विपक्ष को उनको आड़े हाथों लेने का मौका उन्होंने खुदा दिया हैं।
पाकिस्तान सरकार के सुचना मंत्री चौधरी ने कहा, की प्रधानमंत्री के कारों के काफिले से कम खर्चा हेलीकॉप्टर पर होता हैं। एक किलोमीटर के लिए हेलिकॉप्टर में सिर्फ 50 पाकिस्तानी रूपए का खर्चा सरकार को उठाना पड़ता हैं।
पाकिस्तान के एक पसंदीदा टीवी होस्ट ने पूछा, “की आप(पाकिस्तान सरकार) मेट्रो बस सर्विस बंद क्यों नहीं कर देते, जिससे लोग सस्ते हेलिकॉप्टर से सवारी कर सकेंगे?”
सोसाइटी ऑफ़ एयर सेफ्टी इन्वेस्टीगेशन पाकिस्तान के अध्यक्ष , सय्यद नसीम अहमद ने कहा, “पीएम खान के एक घंटे के हेलिकॉप्टर सवारी में करीब दो लाख का खर्चा हर घंटे आता हैं, इस खर्चे में इंधन, क्रू, मेंटेनेंस, इंस्पेक्शन और पीएम की सुरक्षा का भी खर्चा शामिल हैं।”
इमरान खान ने प्रधानमंत्री बनाने से फले यह वादा किया था की वह सरकारी गाड़ियों की संख्या में कटौती करेंगे और सरकारी जमीन को बीच कर सरकार को मदत करेंगे। पिछले शुक्रवार को अपने भाषण में उन्होंने कहा, “में हर एक रूपए का हिसाब रखता हूँ, जोकि मुझ पर खर्च किया जा रहा हैं।”
पाकिस्तान सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद] आसिफ ने स्थानिक न्यूज़ चैनल जिओ टीवी को बताया, “सोमवार को सरकार की कई गाड़ियों की नीलामी की गयी उसके सरकार को 20 करोड़ का फयदा हुआ हैं। इस नीलामी में सरकार के 100 गाड़ियों में से सिर्फ 61 को बेचा गया था।