एशियन गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट हिमा दास को यूनीसेफ ने भारत का यूथ ब्रांड एम्बेसडर बनाया हैं। हिमा दास अपने इस नए रोल को बढ़ी बखूबी से निभाएगी। हिमा बच्चों के अधिकारों और आवश्यकताओं के बारे में जागरुकता बढ़ाने, बच्चों औऱ युवाओं की आवाज को बुलंद करने में हिस्सा लेंगी। इस प्रकार वह समाज के विकास में अपना योगदान देंगी।
Asian Games gold medalist @HimaDas8 to be appointed as @UNICEF India’s Youth Ambassador at a special event on 14 November. pic.twitter.com/5y8hEc44Pr
— All India Radio News (@airnewsalerts) November 14, 2018
दौड़ में महारथ हासिल किये हिमा दास 2020 टोक्यों में होने जा रहें इंटरनैशनल एथलिटिक्स मीट में देश के लिए मेडल लाने वाली एक प्रबल दावेदार है। अगर इस साल के उनके प्रदर्शन की बात करे तो उन्हे अंडर-23 की 400 मीटर दोड़ के लिए उन्हें गोल्ड मेडल मिला, और उन्हें इस साल जकराता में हुए ऐशियन गेम्स में भी मेडल मिला।
नाडा एंटी डोपिंग कंपनी ने उन्हें भविष्य में अच्छे प्रदर्शन के लिए डोपिंग के लिये प्रमोट किया हैं। यह नाडा के द्वारा एक नोर्मल प्रैक्टिस, इसमे खिलाड़ी की आरटीपी देखी जाती है। जो कि टॉप एथलिटस के लिए होती हैं इसमें एथलिट को उसके पॉवर, एंडूयरेंस और एथलिट के मेडल लाने की क्षमता के लिये किया जाता हैं। जो कुश्ती, मुक्केबाजी में भाग लेता हैं वह हाई रिस्क आरटीपी में पाया जाता हैं।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक नाडा ने बताया हर इंटरनैशनल स्पोर्टस फेडरेशन अपना आरटीपी तैयार करता हैं, जिसमें जेवलिन प्लेयर नीरज चोपड़ा नाडा की आरटीपी लिस्ट में हैं, और जल्द ही हिमा दास भी इसमें शामिल हो जाएगी।