हिमाचल प्रदेश चुनाव को लेकर प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है। सुरक्षा से लेकर चुनाव की हर छोटी बड़ी जरूरत को पूरा करने के लिए चुनाव प्रशासन मुस्तैद है। चुनाव की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शिमला जिला चुनाव प्रशासन ने जिले में आठ विधानसभा क्षेत्रों में सात स्ट्रॉन्ग रूम बनाए हैं।
आपको बता दे की 18 दिसंबर को वोटों की गिनती का कार्य भी इन्ही स्ट्रांग रूम में संपन्न होना निश्चित हुआ है। मत्तदान के बाद सभी ईवीएम मशीनों को जिला निर्वाचन अधिकारी रोहन चंद ठाकुर की निगरानी में स्ट्रांग रूम में सकुशल रख दिया गया है। आपको बता दे की ये सभी 7 स्ट्रांग रूम पूरी तरह से कड़ी सुरक्षा से लैस होंगे।
मशीनों के साथ कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए स्ट्रांग रूम को सील कर दिया गया है। स्ट्रांग रूम के आस पास 100 मीटर के दायरे में किसी भी व्यक्ति के आने-जाने पर रोक लगा दी गयी है। प्रशासन के तरफ से भी सुरक्षा का खास ख्याल रखा गया है। हर स्ट्रांग रूम में एक-एक प्लाटून की तैनाती की गई है, हर प्लाटून में 30 सुरक्षा जवान हैं।
स्ट्रांग रूम के सुरक्षा में सीआरपीएफ, आईटीबीपी, तथा पुलिस होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गए हैं। यह सभी जवान चौबीस घंटे स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा करेंगे। इन्हें आदेश जारी किए गए हैं कि स्ट्रॉन्ग रूम के 100 मीटर के दायरे में किसी भी व्यक्ति को न आने दिया जाए। सब कुछ तय योजना अनुसार हो इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी भी समय-समय पर स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था की जांच करते रहेंगे।
जिला शिमला के आठ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 38 प्रत्याशियों के भाग्य मतदाताओं ने ईवीएम में बंद कर दिया है। अब सभी प्रत्याशियों को 37 दिन का इंतजार के बाद, 18 दिसंबर को ही पता चलेगा कि मतदाताओं ने किस-किस को विजय का ताज पहनाया है और किसको सत्ता में आने से रोक दिया है