हिचकी पाचन में गड़बड़ी की वजह से उत्पन्न होती है। इस लेख में हम हिचकी से सम्बंधित जानकारी और हिचकी रोकने के उपाय पर पर चर्चा करेंगे।
हिचकी एक अस्थायी अवस्था है जो कुछ खाने या पीने के दौरान उभर आती है। ऐसा तब होता है जब डायाफ्राम कॉन्ट्रैक्ट होता है। डायाफ्राम ऐसी मांसपेशी होती है जो फेफड़ों को बांधे रखती है।
हिचकी पाचन प्रक्रिया में गड़बड़ी का नतीजा होती हैं। जब पाचन में उपयोगी मांसपेशी में ऐठन होती है जिससे वह पेट को अपनी ओर खींचती है।
हवा हमारे शरीर के लिए बाहरी तत्व होती है इसलिए शरीर प्रतिरोधक क्षमता दिखाते हुए हवा मार्ग को बाधित कर देता है और ‘हिक’ की ध्वनि उत्तेजित करता है।
विषय-सूचि
हिचकी आने के कारण
1. अत्यधिक खाना
अपनी क्षमता से अधिक भोजन ग्रहण करने से हिचकी की समस्या उत्पन्न हो जाती है। फैट, वातित पेय, शक्कर युक्त पेय और अत्यधिक शराब युक्त भोजन को ग्रहण करने से हिचकियाँ आती हैं।
2. जल्दी खाने से हिचकी आना
यदि आप खाना बहुत जल्दी खाते हैं और उसे चबाते नहीं हैं, तो आप खाने के साथ हवा भी आपके शरीर में पहुँच जाती है जिससे आपको हिचकियाँ आने लगती हैं।
3. रिफ्लेक्स एक्शन
कुछ मामलों में आपका पेट खिंचने लगता है। जब आप अत्यधिक भोजन और वायु पेट में डाल लेते हैं तो आपका पेट एक रिफ्लेक्स एक्शन उत्पादित करता है जो आपके गले में खाना अटकने से बचाता है। इसी को हम हिचकी कहते हैं।
4. मानसिक परेशानी
कुछ मामलों में, गुर्दे की विफलता, एन्सेफलाइटिस, मस्तिष्क आघात, स्ट्रोक और मस्तिष्क ट्यूमर जैसे चिकित्सा स्थितियों से हिचकी आ सकती है।
5. नसों में क्षति
कभी-कभी, फार्नीक या विगस तंत्रिका को नुकसान होने के कारण हिचकी का एक असामान्य रूप से लंबा दौरा विकसित हो सकता है।
6. तनाव
तनाव भी हिचकी का एक कारण माना गया है। तनाव के कारण अस्थायी रूप से हिचकियाँ आती हैं जो अक्सर काफी लम्बे समय के लिए खिच जाती हैं।
7. एसिड रिफ्लक्स
एसिड रिफ्लक्स हिचकी के प्राथमिक कारणों में से एक है। कई दवाएं जैसे एक्सएक्स, वालियम और एटिवान, हिचकी पैदा करने के लिए जाने जाते हैं।
अन्य दवाएं जो हिचकी का कारण बन सकती हैं उनमें लेवोडोपा, ओनडेन्सट्रॉन और निकोटीन शामिल हैं।
हिचकी रोकने के उपाय
1. अदरक से हिचकी रोकें
अदरक हिचकियों से निजात पाने के सर्वश्रेष्ठ उपायों में से एक है। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो डायाफ्राम को स्थिर रखते हैं।
पाचन में गड़बड़ी के कारण होने वाली हिचकियों में भी अदरक उपयोगी होता है।
सामग्री
- अदरक
कैसे इस्तेमाल करें?
- अदरक के 2-3 टुकड़ों को लेकर अपने मुँह में रख लें।
- इन टुकड़ों को कुछ देर तक चूसें।
इसके अतिरिक्त आप अदरक की चाय का भी सेवन कर सकते हैं। इससे आपको पहली बार में ही आराम मिल जायेगा।
2. अंगूर की जेली
हालांकि, यह अभी तक सिद्ध नही हुआ है कि अंगूर की जेली से हिचकियों को रोकने में कैसे सहायता मिलती है लेकिन ये तकनीक लोगों ने अपनाकर देखी और उन्हें इससे लाभ भी हुआ है।
सामग्री
- 1 बड़ा चम्मच अंगूर की जेली
कैसे इस्तेमाल करें?
- 1 चम्मच जेली सीधा खा लें।
ज़रुरत के अनुसार आप इसे दोहरा सकते हैं।
3. विनेगर (सिरका)
ये न सिर्फ आपकी हिचकियाँ रोक देता है अपितु आपके गले को भी आराम की अनुभूति कराता है।
सामग्री
- 1 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर
- 1 चम्मच मेपल सिरप
- 1 गिलास गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- विनेगर और मेपल सिरप को गर्म पानी में मिलाकर इसे पी लें।
इस मिश्रण का एक गिलास पीने से ही आपको आराम मिल जायेगा।
4. नींबू
नींबू के खट्टे स्वाद के कारण आपका मुँह और पाचन तंत्र संतृप्त महसूस करने लगता है। ये उन नसों को भी उत्तेजित करता है जिनसे ऐठन पैदा होती है।
सामग्री
- 1 नीम्बू की फांक
- शक्कर
कैसे इस्तेमाल करें?
- नीम्बू की फांक पर शक्कर डालकर इसे दांतों से काट लें।
ऐसा करने से आपकी हिचकियाँ कुछ पल में ही रुक जाएँगी।
5. हिचकी रोकने के लिए पानी पीयें
पानी पुराने समय से ही हिचकियाँ रोकने का सबसे कारगार उपाय माना गया है। इसे गुटकने की प्रक्रिया से आपके डायाफ्राम की मांसपेशियां शांत हो जाती हैं।
इससे आपकी हिचकियों के बीच का अंतराल बढ़ जाता है जिससे धीरे धीरे आपकी हिचकियाँ रुक जाती हैं।
सामग्री
- 3-4 गिलास ठंडा पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- हिचकी आने पर ठंडा पानी पी लें।
इस प्रक्रिया को एक बार दोहराना ही काफी होता है।
6. शहद
शहद खा लेने से आपकी हिचकियाँ रुक जाती हैं। इसको गुटकने की प्रक्रिया गर्माहट प्रदान करती है जिससे आपकी हिचकियाँ बंद हो जाती हैं।
सामग्री
- 1 बड़ा चम्मच शहद
कैसे इस्तेमाल करें?
- हिचकी आने पर एक चम्मच शहद खा लें।
इस प्रक्रिया को एक बार दोहराना ही काफी होता है।
7. बर्फ से हिचकी रोकना
इस प्रक्रिया को अपनाने से आपक हिचकियों से तुरंत राहत मिलती है। हालांकि, आप कुछ देर के लिए हांफने लगेंगे लेकिन चिंता न करें और धीरे धीरे सांस लें।
सामग्री
- कुछ बर्फ के टुकड़े
- 1 गिलास पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- बर्फ के टुकड़ों को पानी के गिलास में डालें और पी लें।
- इसके अतिरिक्त आप बर्फ के टुकड़ों को एक पतले कपडे में लपेटकर गर्दन पर भी लगा सकते हैं।
इस प्रक्रिया को एक बार दोहराना ही काफी होता है।
8. योगर्ट
योगर्ट आपके डायाफ्राम को शांत कर देता है जिससे हिचकियाँ बंद हो जाती हैं।
सामग्री
- 1 कप सादा योगर्ट
- 1 चम्मच नमक
कैसे इस्तेमाल करें?
- योगर्ट और नमक को मिलाकर एक सामान मिश्रण तैयार कर लें।
- इसे धीरे धीरे खाएं।
आपको इसका असर पहली बार में ही दिख जायेगा।
9. शक्कर
शक्कर आपके मुँह को अत्यधिक मीठा कर देती है जिससे हिचकियाँ बंद हो जाती हैं।
सामग्री
- 1 चम्मच शक्कर
कैसे इस्तेमाल करें?
- लगभग 30 सेकंड के लिए शक्कर को अपने मुँह में रखें और फिर इसे धीरे धीरे चबाएं और गुटक लें।
ज़रुरत होने पर इसे दोहराएं।
10. पीसी हुई इलाइची
इलाइची आपके डायाफ्राम को शांत कर देती है। ये आपके शरीर से अतिरिक्त शराब निकाल देता है जिससे आपका डायाफ्राम शांत हो जाता है और हिचकियाँ रुक जाती हैं।
सामग्री
- 1 चम्मच पीसी हुई इलाइची
- 1 1/2 कप पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
- ताज़े इलाइची के चूर्ण को पानी में धीमी आंच पर उबाल लें।
- इस मिश्रण को ठंडा होने दें फिर छान लें।
- बचा हुआ पानी पी लें।
इसके आपको हिचकियों से तुरंत राहत मिलती है।
11. हींग से हिचकी रोकना
हींग आपके डायाफ्राम को बहुत तेज़ी से शांत कर देती है जिससे आपकी हिचकियाँ बहुत जल्दी बंद हो जाती हैं।
सामग्री
- 1 चम्मच पीसी हुई हींग
- 1 बड़ा चम्मच घी
कैसे इस्तेमाल करें?
- घी में हींग डालकर अच्छे से मिला लें।
- इस मिश्रण को गुटक लें।
इस प्रक्रिया को ज़रुरत के अनुसार दोहरायें।
12. पीनट बटर
पीनट बटर खाते समय आपके सांस लेने की प्रक्रिया बदल जाती है जिससे आपकी हिचकियाँ बंद हो जाती हैं। ये प्रक्रिया अत्यंत स्वादिष्ट भी होती है।
सामग्री
- 1 बड़ा चम्मच पीनट बटर
कैसे इस्तेमाल करें?
- पीनट बटर को सीधा चम्मच में लेकर खा लें। आप आलमंड बटर भी ले सकते हैं।
इस चम्मच पीनट बटर लेना आपके लिए काफी होगा।
इस लेख में हमनें हिचकी आने के कारण और हिचकी रोकने के घरेलु उपाय पर चर्चा की।
इस विषय में यदि आपका कोई सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।
मैं रोज़ रात को खाना कर लेटता हूँ तो मेरे हिचकी आना शुरू हो जाती हैं ये कई देर तक नहीं रूकती और चलती रहती हैं ओर मेरी नींद मैं डिस्टर्बेंस होता है इन्हें बंद करने का कोई असरदार उपाय बताएं
agar khaana teekhaa hotaa hai to mere hichki aa jaati hai kyaa ye mirchi se allergy ki wajaah se hotaa hai??