उत्तर प्रदेश पुलिस ने अखिल भारतीय हिंदू महासभा (एबीएचएम) के अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या के मामले में बुधवार को चार लोगों को हिरासत में लिया है। सूत्रों के मुताबिक, चारों को गोरखपुर और रायबरेली से लखनऊ पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने हिरासत में लिया था।
रणजीत बच्चन की रविवार सुबह लखनऊ में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह सुबह की सैर पर निकले थे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के आधार पर संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
रणजीत बच्चन की गोली मारकर हत्या करने के कुछ ही मिनटों बाद एक संदिग्ध ने हिंदू नेता के करीबी रिश्तेदार को फोन किया था।
पुलिस हत्या के मामले में सभी संभावित कोणों की जांच कर रही है और रणजीत बच्चन की दूसरी पत्नी स्मृति से पूछताछ करने की संभावना है।
गोरखपुर के एक प्रॉपर्टी डीलर से भी पुलिस पूछताछ कर सकती है।
रणजीत बच्चन को एक फरवरी को बाइक सवार हमलावरों द्वारा सिर पर गोली मारी गई थी। घटना हजरतगंज इलाके में ग्लोबल पार्क के पास हुई।
फायरिंग के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
बच्चन को तुरंत लखनऊ ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
उनके छोटे भाई आदित्य, जो घटना के समय उनके साथ थे, उन्हें भी गोली लगी थी।
हत्या के बाद दो पीआरवी पुलिसकर्मियों, एक कांस्टेबल और एक चौकी प्रभारी सहित चार पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था।
पुलिस ने हत्या के संदिग्ध के सीसीटीवी फूटेज भी जारी किए और किसी भी संदिग्ध के ठिकाने की जानकारी के लिए 50,000 रुपये के इनाम की घोषणा की।
इससे पहले, पिछले साल अक्टूबर में लखनऊ के नाका इलाके में हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व सदस्य कमलेश तिवारी की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।