कॉफी विद करण विवाद ने भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और केएल राहुल को ऑस्ट्रेलिया की एकदिवसीय श्रृंखला के साथ-साथ आगामी न्यूजीलैंड दौरे से भी बाहर कर दिया हा। जबकि इंडियन प्रीमियर लीग आईपीएल और विश्वकप 2019 भी दोनो की वापसी के लिए बड़ी बात है, यह अभी तक ज्ञात नही है इन दोनो खिलाड़ियो के करियर में कितनी बड़ा बदलाव आएगा। बीसीसीआई के द्वारा प्रतिबंध लगाने के बाद इस मामले के घटनाक्रम से क्रिकेटरो का दिल दहल रहा है और अब हार्दिक के पिता हिमांशु ने खुलासा किया है कि उनके बेटे ने घर छोड़ने या फोन कॉल करने से मना कर दिया है।
हार्दिक पांड्या के पिता ने मिड-डे से बात करते हुए कहा, ” उसने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा वनडे मैच देखा। जब से वह ऑस्ट्रेलिया से घर लौटा है, तब से उसने घर से बाहर कदम नही रखा है। और ना ही कोई कॉल उठा रहा है…वह बस आराम कर रहा है।”
सूरत में जन्मे हार्दिक ज्यादातर गुजरातियों की तरह मकर संक्रांति को पतंग उड़ाकर खुशी से मनाते हैं। लेकिन इस बार उन्होने ऐसा कुछ नही किया जबकि 25 साल का यह खिलाड़ी इस त्योहार के दौरान घर पर था।
हार्दिक के पिता ने आगे कहा, ” यह एक त्योहार है, जिसकी गुजरात में छुट्टी होती है, लेकिन हार्दिक ने पतंग नही उड़ाई। उसे पतंग उड़ाना बहुत पसंद है, इससे पहले अभी तक वह अपने क्रिकट अनूसूचि के कारण यह त्योहार नही मना पा रहे थे। इस वक्त, उनके पास पतंग उड़ाने का मौका था, लेकिन विपरीत परिस्थिति के कारण वह त्योहार बनाने के मूड में नही था।”
हार्दिक पांड्या और केएल राहुल को चैट शो में अपनी अभद्र टिप्पणियों के बाद सोशल मीडिया से ओलचनाए सुनने को मिली और बीसीसीआई ने भी इसके लिए उन्हे बैन किया। इन दोनो क्रिकेटरो ने अबतक अपनी तरफ से हर प्रकार से माफी मांगी है, बीसीसीआई ने अभी तक इन दोनो की अंतिम सजा के ऊपर कोई फैसला नही लिया है।
हिमांशु ने अपने बेटे के इस विषय पर कहा, “वह निलंबन से बहुत निराश है और टीवी शो में व्यक्त किए गए विचारों को दोहराता है। वह एक ही गलती नहीं दोहराने के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने कहा, “हमने उनसे इस विषय पर बात नहीं करने का फैसला किया है। यहां तक कि उनके बड़े भाई क्रुनाल ने भी इस प्रकरण के बारे में कोई चर्चा नहीं की है। हम बीसीसीआई के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।”