भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और केएल राहुल कुछ दिन पहले एक लोकप्रिय चैट शो कॉफी विद करण में नजर आए थे। जिसके बाद उस शो में की गई उनकी अभद्र टिप्पणियों ने उन्हे मुश्किल में डाल रखा है। अपनी अभद्र टिप्पणियों के लिए इन दोनो खिलाड़ियो को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बीच दौरे में से ही घर वापिस बुला लिया गया था। और यह दोनो खिलाड़ी न्यूजीलैंड दौरे के लिए भी टीम से निलंबित रहेंगे क्योंकि अभी उनके विवाद पर कोई फैसला नही आया है। अब इस मामले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान में इंडिया-ए के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा है कि आलोचको को इस पर ‘अति प्रतिक्रिया नहीं’ करनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त लोकपाल ही अब इस मामले में फैसला लेगा और लोकपाल का फैसला अंतिम फैसला होगा। क्रिकेटरों को पहले ही 3 मैचों की अवधि के लिए ऑन-फील्ड कार्रवाई से बाहर कर दिया गया है औऱ वह पूरी सीरीज से भी बाहर रह सकते है अगर वह दोबारा भारत की जर्सी पहनकर खेलना चाहते है तो।
द्रविड़, जो वर्तमान में भारत अंडर -19 और इंडिया ए टीमों के मुख्य कोच हैं, ने जोड़ी की टिप्पणियों के बारे में उन चीजों को बहुत दूर न ले जाने के लिए कहा है क्योंकि यह पहली बार गलतियाँ नहीं हुई हैं और यह अब नहीं होगा। यह आखिरी बार था।
सोमवार को द हिंदू से बात करते हुए द्रविड़ ने कहा, ” ऐसा नही है कि खिलाड़ियो ने इससे पहले अतीत में गलतियां नही की। ऐसा नहीं है कि युवाओं को शिक्षित करने के हमारे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद भविष्य में गलतियाँ नहीं होंगी। लेकिन इसमें कृप्या करके अति प्रतिक्रिया ना किया जाएं।”
अंडर -19 और इंडिया ए में युवाओं को सलाह देने के लिए जिम्मेदार 46 वर्षीय, ने खिलाड़ियों को उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों को समझने के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, “खिलाड़ी अलग-अलग टीमों से आते हैं और जिम्मेदारी की उनकी भूमिकाओं को संबोधित करने की जरूरत होती है। मुद्दे हमेशा रहेंगे और हमें शिक्षित और मार्गदर्शन करना होगा। उन्हें बताया जाना चाहिए कि वे सिस्टम का दुरुपयोग नहीं कर सकते। मैंने कर्नाटक में सीनियर्स को माता-पिता और कोच से देखना सीखा। वे मेरे आदर्श थे। किसी ने मुझे नहीं बैठाया और मुझे व्याख्यान दिया। मैंने देखा और सीखा। सीखने की सबसे अच्छी प्रक्रिया ड्रेसिंग रूम में आपके सीनियर्स से होती है। लेकिन हमें ओवर-रिएक्ट नहीं करना चाहिए।”