दिसंबर में प्रसारित होने वाले टॉक शो कोफ़ी विद करण ’पर महिलाओं की ओर की गई टिप्पणियों के लिए भारत के क्रिकेट खिलाड़ी हार्दिक पांड्या और केएल राहुल और बॉलीवुड फिल्म निर्माता करण जौहर के खिलाफ जोधपुर में मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले इन दोनो खिलाड़ियो को भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरूआती वनडे मैच से बाहर रखा था। जिसके बाद बीसीसीआई ने तुरंत प्रभाव से इन दोनो खिलाड़ियो के ऊपर से निलंबन रद्द कर दिया था, जिसके बाद हार्दिक पांड्या भारत की राष्ट्रीय टीम से न्यूजीलैंड में जुड़ गए थे और केएल राहुल इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया-ए की टीम से जुड़ गए थे।
इस ऐपिसोड को देखकर सौशल मीडिया पर बवाल मच गया और पांड्या को सौशल मीडिया में कई आलोचनाए सुनने को मिली। उनकी टिप्पणी को ‘गलत’ और ‘नस्लवादी’ माना गया। तुरंत, पांड्या ने सोशल मीडिया पर माफी जारी की और फिर दोनों क्रिकेटरों ने बोर्ड को आधिकारिक बयान दिया।
24 जनवरी को सीओए ने बिना लोकपाल नियुक्त किये बिने दोनो खिलाड़ियो के ऊपर से तुरंत प्रभाव से निलंबन रद्द कर दिया। जिसके बाद हार्दिक पांड्या टीम की तरफ से न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी तीन वनडे मैच खेलने के लिए शामिल हुए और उन तीन मैचो में उन्होने 4 विकेट और 61 रन बनाए।
”किसी भी क्रिकेटर के खिलाफ दुराचार के सभी आरोपों को स्थगित करने के बाद से, बीसीसीआई को बीसीसीआई के लोकपाल द्वारा नियुक्त किया जाना आवश्यक है, जिसकी नियुक्ति भारत के माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार लंबित है। यह विचार कि 11.01.2019 के अंतरिम निलंबन के आदेश वर्तमान में तत्काल प्रभाव से हटाए जाने चाहिए, ”सीओए ने प्रतिबंध हटाते समय एक बयान में कहा। इसमें कहा गया है: “उपर्युक्त मामले और निर्णय को एमिकस क्यूरिया, श्री पीएस नरसिम्हा की सहमति से लिया गया है। उपरोक्त के मद्देनजर, बीसीसीआई लोकपाल द्वारा आरोपों की लंबित नियुक्ति और स्थगन को तुरंत 11.01.2019 के निलंबन आदेशों को हटा लिया गया है।”
हाल में, जोहर ने भी इस विवाद पर अपना मुंह खोला था और कहा था कि विवाद ने मंच पकड़ा है तो क्षति को नियंत्रण में रखना आसान नही होगा।
उन्होने कहा था, ” मैं कहना चाहता हूं मैं अपने आप को जिम्मेदार महसूस करता हूं क्योकि यह मेरे शो से हुआ था और यह मेरा मंच था। मैं महमानो को अमंत्रित करता हू तो इसके रामबाण और नतीजे भी मेरी जिम्मेदारी है। इस विवाद की वजह से मैंने कई रात बिन सोए गुजारी है, मैं यह सोचता था कि मैं इसकी क्षति की भरपाई कैसे करूं, कोई मुझे सुनने वाला नही था। अब यह मामला उस चरण में चला गया है, जहां मेरे नियंत्रण में कुछ नही है।”