भारतीय टीम के क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और केएल राहुल को भारतीय क्रिकेट टीम से जुड़ने के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा क्योंकि प्रशासको की समीति (सीओए) ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले के लिए लोकपाल नियुक्त करने के लिए अपील की है।
दो बेंचो की समिति जस्टिस एस.ए. बोब्डे और ए.एम. सापरे ने इस मामले की सुनवाई को अगले हफ्ते के लिए आगे बढ़ा दिया है। पांड्या और केएल राहुल एक लोकप्रिय चैट शो के दौरान महिलाओ पर अभद्र टिप्पणी करते हुए नजर आए थे। जिसके बाद से बीसीसीआई ने उन्हे ऑस्ट्रेलिया में चल रही वनडे सीरीज के बीच में ही देश में वापस बुला लिया था। इन दोनो खिलाड़ियो को ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज से तो बाहर होना ही पड़ा लेकिन यह दोनो खिलाड़ी अब न्यूजीलैंड दौरे पर भी टीम के साथ नही जुड़ पाएंगे।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा, ” अब जब उच्च न्यायालय ने मामले का संज्ञान लिया है और पहले ही एक सप्ताह के बाद नए न्यायमित्र को वापस आने के लिए कहा है। इसलिए सीओए प्रमुख तदर्थ लोकपाल नियुक्त नही कर सकता क्योंकि यह अदालत की अवमानना होगी।”
बेंच ने सिनियर वकील पी एस नरसिम्हा को इस विवाद के लिए न्यायमित्र के रूप में रखा है और जब न्यायमित्र अपना पद संभाल लेंगे तब ही नए लोकपाल की नियुक्ति हो सकती है।
जब अधिकारी से यह पूछा गया कि, आगे इन दोनो खिलाड़ियो को यहा से बाहर निकालने के लिए क्या किया जाएगा, तो अधिकारी का कहना था, लोकपाल की नियुक्ति अभी भी हो सकती है, लेकिन ऐसा तब होगा जब सोलिसिटर जनरल (पीएस नरसिम्हा) पद संभाल लेंगे। और वह इस बात को मान जाए की लोकपाल को इस फैसले को खत्म करने की जल्दी है।
हार्दिक पांड्या और केएल राहुल को इस विवाद के बाद हर जगह से आलोचनाए सुनने को मिली। इन दोनो खिलाड़ियो ने अपने इस विवाद के लिए बीसीसआई से बिना शर्त माफी भी मांगी थी, लेकिन मामले को फिर भी खत्म नही किया गया औऱ इन दोनो खिलाड़ियो को अपने फैसले के लिए एक हफ्ते का इंतजार और करना होगा।