भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने अपनी फिटनेस को हासिल करने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की और जैसे ही उन्हे भारतीय टीम में वापसी मिली तो उन्होने अपने करियर को दोबारा खत्म करना चाहा। बड़ौदा क्रिकेटर ने एक टॉक शो में महिलाओं पर विवादास्पद टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने ब्रेक के दौरान भाग लिया था। इस प्रकार, उन्हें बीसीसीआई के सीओए ने उनके कार्यों के लिए निलंबित कर दिया था।
लेकिन अब निलंबन रद्द हो गया है, किरण मोरे ने बताया कि कैसे अपने निलंबन के दौरान पांड्या ने अपने गुस्से को व्यक्त किया है। हार्दिक ने एक ब्रांड डील खो दी थी, जो गलत टिप्पणियों के कारण दौरे के बीच से घर वापस भेज दिये गए थे। 25 वर्षीय को बहुत अधिक निराशाओं से जूझना पड़ा और उन्होंने क्रिकेट गेंद को एक मुश्किल के रूप में हिट करने के लिए चुना।
मोरे ने इंडिया टुडे को बताया,” जब मैं बड़ौदा अकेडमी में उनके साथ काम कर रहा था, मैंने उन्हें गेंदो को एक दम क्लीन तरीके से मारते देखा। तो मैंने उनसे पुछा उन्होनें कैसे इस स्पर्श को बनाए रखा। उसने मुझे बताया, ” सर मुझे हटाए जाने पर मैंने ऑस्ट्रेलिया में एक हजार गेंदो को मारा, इसलिए मैं ऐसा कर पा रहा हूं।” मोरे ने हार्दिक की प्रशंसा की और कहा कि मुझे खुशी है कि युवा खिलाड़ी दोबारा क्रिकेट खेल सकेगा।
मोरे ने आगे कहा, ” मैं उन्हे एक बहुत ही प्रतिभाशाली क्रिकेटर के रूप में याद करता हूं- गेंदबाजी, बल्लेबाजी, फिल्डिंग तीनो में ही वह जीतना चाहते है। मैं खुश हूं कि वह दोबारा क्रिकेट खेंलेंगे।” किरण मोरे ने यह भी कहा कि मुद्दे के संबंध में चीजों को अनुपात से बाहर उड़ा दिया गया था। उन्होंने कहा कि वह हार्दिक पांड्या से एक भी दुर्व्यवहार को याद नहीं करते हैं क्योंकि वह उन्हें जानते हैं।
“उसने गलती की और माफी मांगी। मुझे लगता है कि चीजों को अनुपात से बाहर उड़ा दिया गया था। उसके पास मैदान पर खराब रिकॉर्ड नहीं है। मैं उसे लंबे समय से जानता हूं। मुझे याद नहीं कि इससे पहले क्रिकेट में उन्होने कभी दुर्व्यवहार किया हो।”