गुजरात में पाटीदार आरक्षण और किसानों के कर्जमाफी के लिए अहमदाबाद में 25 अगस्त से अनशन पर बैठे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने अपना अनशन समाप्त किया हैं। आपको बतादे, अब तक हार्दिक पटेल और गुजरात सरकार के बीच किसी भी प्रकार की वार्ता या समझौता नहीं हुआ हैं।
पाटीदार नेता नरेश पटेल और सी के पटेल ने हार्दिक को जूस पिलाकर उनका अनशन तोडा। अनशन तोड़े जाने के बाद पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कहा, “पाटीदार समुदाय के आरक्षण और किसानों की कर्जमाफी के लिए संघर्ष शुरू रहेगा।”
आपको बतादे, पाटीदार आरक्षण अनामत समिति के नेता हार्दिक पटेल, पाटीदार समुदाय के लिए गुजरात राज्य में आरक्षण और किसानों को कर्जमाफी दीए जाने की मांगो को लिए अहमदाबाद में अनशन पर बैठे थे। पाटीदार आन्दोलन में हार्दिक पटेल के सहयोगी अल्पेश कठारिया जिन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था, उन्हें रिहा किए जाने कि मांग भी हार्दिक पटेल द्वारा की गयी थी।
अनशन पर बैठने के 14 दिन के बाद, हार्दिक पटेल की तबियत बेहद बिघड गयी जिसके कारण उनको पहले अहमदाबाद के सोला सिविल हॉस्पिटल और बाद में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। हॉस्पिटल में दो दिनों तक रहने के बाद हार्दिक पटेल अपने घर लौटे।
हॉस्पिटल से घर लौटने के बाद हार्दिक पटेल ने अनशन को जारी रखा था। लेकिन डॉक्टरों के सलाह पर पटेल ग्लूकोस ले रहे थे। अस्पताल में रहते हुए उन्होंने खाना खाए जाने की बातों को सिरे से ख़ारिज किया हैं।
गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के आन्दोलन को राजनीतिक फायदों के लिए प्रेरित आन्दोलन बताया। राज्य के उर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने कहा, “सरकार (हार्दिक पटेल के साथ) बातचीत के लिए तैयार हैं।”