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    जमात-उद-दावा प्रमुख

    पाकिस्तान सरकार को भी अब जमात-उद-दावा प्रमुख आतंकी हाफिज सईद से डर लगने लगा है। आतंकी हाफिज सईद से घबराए पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान चुनाव आयोग से सईद की मिल्ली मुस्लिम लीग को राजनीतिक पार्टी के रूप मे पंजीकरण नहीं किए जाने की मांग की थी।

    अब पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट को लिखित उत्तर में कहा है कि वो मिल्ली मुस्लिम लीग की याचिका पर विचार न करे।

    दरअसल पाकिस्तान चुनाव आयोग ने पाक सरकार के कथित हस्तक्षेप के कारण हाफिज सईद के दल मिल्ली मुस्लिम लीग को राजनीतिक पार्टी के रूप पंजीकरण करने से इंकार कर दिया था। इस पर पाकिस्तान चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ मिल्ली मुस्लिम लीग ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।

    मिल्ली मुस्लिम लीग के बैनर तले लड़ना चाहता है चुनाव

    हाफिज सईद की पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग के याचिका दायर करने के बाद अब पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट से अनुरोध किया है कि वो मिल्ली मुस्लिम लीग की याचिका पर विचार न करे।

    इसके पीछे पाक गृह मंत्रालय ने कहा है कि मिल्ली मुस्लिम लीग प्रतिबंधित प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जमात-उद-दावा (ज्यूडी) की शाखा है।

    गृह मंत्रालय ने सुरक्षा रिपोर्टों को पेश करते हुए कहा कि अगर मिल्ली मुस्लिम लीग का पंजीकरण राजनीतिक दल के रूप में हो गया तो इससे राजनीति में हिंसा और उग्रवाद पैदा होगा।

    गौरतलब है कि आतंकी हाफिज सईद मिल्ली मुस्लिम लीग के बैनर तले पाकिस्तान का आम चुनाव लड़ना चाहता है। इसके लिए ही वो इसे पाकिस्तान चुनाव आयोग में राजनीतिक दल के रूप मे पंजीकृत करवाना चाहता है।

    पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के आदेश (पीपीओ) 2002 की धारा 3 (4) के संबंध में एमएमएल की स्थिति का स्पष्टीकरण देने के संबंध में गृह मंत्रालय को कहा था।

    इस पर सुरक्षा एजंसियों ने कहा कि नियम के अनुसार हिंसा व आतंक फैलाने वाले समूह को राजनीतिक दल के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। मिल्ली मुस्लिम लीग जैसे समूह बाद में हिंसा व उग्रवाद को बढ़ावा दे सकते है।