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    हाफिज सईदFILE PHOTO - Hafiz Muhammad Saeed, chief of the Islamic charity organization Jamaat-ud-Dawa (JuD), sits during a rally against India and in support of Kashmir, in Karachi, Pakistan, December 18, 2016. REUTERS/Akhtar Soomro/File Photo

    पाकिस्तान के अधिकारी ने शनिवार को बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी हाफिज सईद की गिरफ्तारी पाक पीएम इमरान खान की अमेरिका की यात्रा से जुड़ा हुआ नहीं है।” सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री के विशेष सहयोगी फिरदौस आशिक अवन ने न्यूज़ कांफ्रेंस में यह बयान दिया था।

    पाकिस्तान का दिखावा

    उन्होंने कहा कि “जमात उद दावा के प्रमुख की गिरफ्तारी फाइनेंसियल एक्शन टास्क फाॅर्स से भी जुड़ी हुई नहीं है। एफएटीएफ ने पाकिस्तान को आतंकवाद वित्तीय पोषण पर लगाम लगाने की चेतावनी दी थी या फिर धनाशोधन विरोधी निगरानी समूह के द्वारा काली सूची में डाले जाने की धमकी दी थी। इस्लामाबाद अभी भी एफएटीएफ की ग्रे सूची में शुमार है और यह निरंतर एफएटीएफ की प्रतिबद्धताओं को हासिल करने में नाकाम रहा है।

    उन्होंने कहा कि “प्रतिबंधित धार्मिक पार्टी के नेता की गिरफ्तारी नेशनल एक्शन प्लान के तहत जारी कार्रवाई का भाग है।” आतंकवादी को आतंकवाद वित्त पोषण के मामले में 17 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था और उसे सात दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।

    भारत ने पाकिस्तान के इस ढोंग का पर्दाफाश किया था और बताया कि कैसे हाफिज को पहले भी कई मौके पर रिहा कर दिया गया था लेकिन न्याय होना अभी भी बाकी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि “सवाल यह है कि इस बार यह दिखावी अभियान से ज्यादा है और क्या सईद के खिलाफ सुनाई होगी और आतंकी गतिविधियों के लिए उसे सज़ा दी जाएगी।”

    अमेरिका को खुश करने की कोशिश

    विशेषज्ञों के मुताबिक, हाफिज सईद की गिरफ्तारी अमेरिका को खुश करने के लिए हैं क्योंकि डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में अमेरिका और पाकिस्तान के सम्बन्ध काफी खराब हुए हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान की 1.3 अरब डॉलर की सैन्य सहायता को रोक दिया था।

    हाल ही में ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस यूएन सुरक्षा परिषद् में जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ प्रस्ताव लेकर आये थे, जिसमे उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित करना था। चीन ने काफी अडचनों और ना नुकुर के बाद आखिरकार तकनीकी विरोध को हटा लिया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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