ट्रम्प प्रशासन ने शुक्रवार को आतंकवादी हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर पाकिस्तान के इरादों पर संदेह व्यक्त किया है। सईद साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है। उन्होंने कहा कि “पिछली गिरफ्तारी से कोई फर्क नहीं पड़ा है, न ही गतिविधियों में और न ही लश्कर ए तैयबा पर पड़ा है।”
ठोस कार्रवाई की जरुरत
वरिष्ठ प्रशासन ने पत्रकारों से कहा कि “हमने ऐसा नजारा पूर्व में भी देखा था और अब हम ठोस और सत्ता कार्रवाई को देख रहे हैं, सिर्फ खिड़की की सफाई काफी नहीं है।” पाकिस्तान की प्रधानमन्त्री इमरान खान अपनी अमेरिका की पहली यात्रा पर अगले हफ्ते आयेंगे।
यूएन द्वारा प्रतिबंधित हाफिज सईद को साल 2001 से सातवी बार बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारी ने कहा कि “मैं आपको दोबारा आश्वस्त करना चाहता हूँ कि, यहाँ के इतिहास के बाबत हमारी आँखे बिल्कुल साफ है। हमे समर्थन के बारे में कोई धोखा नहीं हुआ है, जो पाकिस्तान का ख़ुफ़िया विभाग इन समूहों की मदद करता है। हम सिर्फ ठोस कार्रवाई की तरफ देख रहे हैं।”
पाक की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई पर अमेरिका के यकीन के बाबत अधिकारी ने बताया कि “मैंने नोटिस किया है कि पहल की है, मसलन आतंकवादी समूहों की संपत्ति को जब्त करना, उन्होंने कल आतंकी हाफिज सईद को गिरफ्तार किया। लश्कर ए तैयबा का सरगना सईद साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है।”
पाक में चरमपंथी समूह सक्रिय
अधिकारी ने कहा कि “हम उसकी गिरफ्तारी को साफ़ आँखों से देख रहे हैं क्योंकि वह पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। तो हम देखेंगे कि वाकई पाकिस्तान इन लोगो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करता है। सच बताऊ तो हाफिज सईद की गिरफ्तारी से कोई फर्क नहीं पड़ा है और लश्कर भी संचालन करने में सक्षम है। हम हालातो पर निगाहें बनाये हुए हैं।”
अधिकारी ने कहा कि “अमेरिका पाकिस्तानी पीएम के संकल्प का स्वागत करते हैं जिसमे उन्होंने चरमपंथी समूहों को अपनी सरजमीं का इस्तेमाल न करने देने की प्रतिज्ञा ली थी।”
पाक के प्रधानमन्त्री ने खुद कहा था कि पाकिस्तान अपनी पूर्ण काबिलियत तक नहीं पंहुच सकता है, जब तक क्षेत्र में शान्ति और स्थिरता बरकरार न रहे। अधिकारी ने कहा कि “बिल्कुल अस्थिरता उत्पन्न करने वाले चरमपंथी समूहों और आतंकवादियों पर कार्रवाई के लिए क्षेत्र में शान्ति और स्थिरता जरुरी है। पाकिस्तान को इस दफा साबित करना होगा कि यह कार्रवाई अलग है।”