हांगकांग में हुई हालिया हिंसा में संयुक्त राष्ट्र ने मौजूदा चीनी शहर में स्वतंत्र जांच की मांग की है। संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार प्रमुख मिशेल बचेलेट ने कहा कि “हताहतो की संख्या में वृद्धि चेतावनी का संकेत है।” अगस्त 2019 से हांगकांग हिंसा के शिकंजे में हैं।
पुलिस पर निर्दयिता से प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करने के आरोप लगाये गए हैं। शुक्रवार को शहर की कार्यकारी सचिव केरी लाम ने चेहरे को ढकने पर पाबन्दी लगा दी थी। सैकड़ो लोगो का हुजूम सडको पर एकजुट हुए थे और पुलिस पर पेट्रोल बम को फेंका था।
रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएन मानव अधिकार के प्रमुख की चिंता शहर में बढती हिंसा के कारण है जिसमे सैकड़ो लोग घायल हुए हैं। इसमें सुरक्षा अधिकारी, पत्रकार और प्रदर्शनकारी भी शामिल है। उन्होंने सरकार से हिंसा के बाबत स्वतंत्र जांच करने और एक प्रदर्शनकारी को गोली मारने के मामले में स्वतंत्र जांच करने की मांग की है।
हांगकांग के विभागों ने चेहरे को ढकने वाले मास्क पर प्रतिबन्ध के लिए औपनिवेशिक युग की ताकत का इस्तेमाल किया था। इन मास्क का इस्तेमाल प्रदर्शनकारियों ने अपनी पहचान को छुपाने के लिए किया था। पुलिस ने सैकड़ो प्रदर्शनकारियों को भाग लेने के जुर्म में गिरफ्तार कर दिया था। सरकार इन प्रदर्शनों को दंगे की तरह देखती है।
यूएन मानव अधिकार परिषद् की प्रमुख ने कहा कि “प्रदर्शनाकरियो का चेहरे पर मास्क का इस्तेमाहिंसा को भड़काना नहीं होना चाहिए बल्कि हांगकांग को इस तत्काल कानून के इस्तेमाल के बारे में सख्त चेतावनी देता है कि शांतिपूर्ण संसद की आज़ादी को कुचल जा रहा है और प्रदर्शनों में शामिल विशेष समूहों को निशाना बनाया जा रहा है।”