हांगकांग के विभिन्न जिलो में सोमवार को छात्रो की वर्दी और मास्क पहले सैकड़ो बच्चो ने मानव चेन का निर्माण किया था और यह सरकार विरोधी प्रदर्शनों का समर्थन करना था। सोमवार को स्कूल शुरू होने से पहले छात्रों और पूर्व छात्रों ने हाथो में हाथ लेकर नारे बाजी की जिसने प्रदर्शन आन्दोलन को प्रोत्साहन दिया है।
वाह यान कॉलेज के पूर्व छात्र एलन लोंग ने कहा कि “स्कूल में मानव चेन सबसे बड़ा दृश्य है कि कैसे यह प्रदर्शन समाज की गहराइयो में हैं और स्कूली छात्रो के जरिये यह और गहराई में प्रवेश कर जाएगा।” प्रत्यर्पण विधेयक को लेकर हांगकांग में तीन महीनो से प्रदर्शन का दौर जारी है और अन यह प्रदर्शन लोकतंत्र समर्थक और सरकार के खिलाफ आन्दोलन में परिवर्तन हो गया है।”
कार्यकर्ताओं ने सडको पर गोलीबारी शुरू कर कर दी और मेट्रो स्टेशन में तोड़फोड़ की थी और इससे पहले हजारो लोगो में अमेरिकी दूतावास तक शांतिपूर्ण रैली की थी। हांगकांग में लोकतंत्र लाने की मांग की गयी थी। प्रदर्शनकारियो ने सरकार के समक्ष पांच मांगो को रखा है।
यूनिवेर्सिटी के छात्रों ने भी अपने कैंपस में दिन मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन को समर्थन किया। पांच में से एक मांग प्रत्यर्पण बिल की औपचारिक तौर पर रद्द करना, जिसे बीते हफ्ते शहर के सरकारी नेता कैर्री लैम में कर दिया था लकिन प्रदर्शनकारी प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की बर्बरता के खिलाफ स्वतंत्र जांच के आदेश देने की नाकामी से क्रोधित है।”
प्रदर्शनकारियो की दूसरी मांग प्रदर्शनों को “दंगा” शब्द से संबोधित न करना है, गिरफ्तार किये गए लोगो की रिहाई और अपने नेता का चयन करने हांगकांग की जनता को अधिकार है।
अमेरिकी दूतावास के बाहर रविवार को प्रदर्शन के बाद हांगकांग की सरकार ने विदेशी सांसदों को अंदरूनी मामले में दखल न देने की चेतावनी दी है। हजारो प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से शहर को उदार करने की मांग की है।
चीन ने शहर के अंदरूनी मामले में मध्यस्थता के आरोपों से इनकार किया है और हांगकांग को आंतरिक मामला बताया है। उन्होंने प्रदर्शनों की आलोचना की है और अमेरिका व ब्रिटेन पर अशांति फैलाने और अर्थव्यवस्था को नुकसान पंहुचाने का आरोप लगाया है।
चीन की मीडिया ने सोमवार को कहा कि हांगकांग चीन का एक अभिन्न भाग है और किसी भी तरीके के अलगाव को कुचल दिया जायेगा। चाइना डेली अखबार ने कहा कि रविवार की रैली यह सबूत थी कि इस प्रदर्शन के पीछे विदेशी ताकत है और प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी कि केन्द्रीय सरकार के सब्र का इम्तिहान लेने की कोशिश बंद करे।
एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि “अमेरिका हांगकांग में सभी घटनाओं पर नजर रख रहा है। अभिव्यक्ति की आज़ादी और संसद मूल मूल्य है जो हम हांगकांग की जनता के साथ साझा करते हैं और ऐसी आज़ादी का संरक्षण करना चाहिए। जैसे राष्ट्रपति ने कहा था कि वे लोकतंत्र की तरफ देख रहे हैं और मेरे ख्याल से अधिकतर लोग लोकतंत्र चाहते हैं।”