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    हांगकांग प्रदर्शन

    हांगकांग में शनिवार से सरकार विरोधी प्रदर्शनों का दौरे एक बार फिर शुरू हो गया था। समस्त राष्ट्र सहित एक अंतरराष्ट्रीय एअरपोर्ट में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था। बढ़ रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों ने बीजिंग में केंद्र सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती देते हुए अपने सबसे गंभीर राजनीतिक संकट में डाल दिया है।

    लगभग 1000 कार्यकर्ताओं के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के एक दिन बाद ही प्रदर्शनकारी हांगकांग के हवाई अड्डे वापस आ गए और प्रदर्शन किया था। शनिवार को सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हॉल पर कब्जा कर लिया था और उनमें से कुछ फर्श पर बैठकर पोस्टर लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि अन्य ने विनम्रता से यात्रियों के आगमन का स्वागत कर रहे थे।

    क्षेत्र के उत्तर में ताई पो में दिन में लगभग एक हजार प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए थे। 60 वर्षीय एक गृहिणी लेउंग वाई मैन ने कहा कि “उन्हें ताई पो में मार्च करने के लिए प्रेरित किया गया था क्योंकि उन्होंने कुछ विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस द्वारा की गई हिंसक प्रतिक्रिया को देखा था और वह उससे नाराज थी।”

    उन्होंने कहा कि “हम अपने नगबलिगो को गिरफ्तार करने वाली पुलिस से बेहद चिंतित है लेकिन प्रदर्शनकारी सिर्फ पुलिस हिंसा से खुद को बचाने की कोशिश कर रहे थे।” हांगकांग के नेता कैरी लैम ने कहा कि विरोध प्रदर्शन में अर्थव्यवस्था को नजरंदाज़ किया जा रहा है, यह प्रदर्शन जून में शुरू हुए थे।

    अर्थव्यवस्था के बारे में लैम की चेतावनी और वहीं चीन द्वारा हांगकांग के महत्वपूर्ण व्यवसाय पर निशाने से अधिकारीयों के सख्त रवैया हांगकांग को दशकों में सबसे गहरे संकट की तरफ धकेल रहा है।  विरोध प्रदर्शनों में सबसे आगे युवा रहे हैं।  चीन द्वारा हांगकांग की स्वतंत्रता को कम करने से भी चिंतित है लेकिन शहर में धन असमानता जैसे मुद्दों से भी चिंतित हैं।

    35 वर्षीय फिओन यिम ने कहा कि “हालाँकि पुराने लोग और माता-पिता भी विरोध प्रदर्शन में दिखाई देते रहे हैं। हाल के विरोधों में झड़पें हुई हैं और कई माता-पिता चिंतित हैं।हमारे बच्चों की रक्षा की स्वतंत्रता बहुत महत्वपूर्ण है। हम अभिभावकों और उनके बच्चों को रैलियों में भाग लेने और उनकी चिंताओं को सुनने के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करने की उम्मीद करते हैं।”

    शुक्रवार को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि “चीनी मीडिया अमेरिकी राजनयिक के बारे में रिपोर्ट करता है जो हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक नेताओं के साथ मिले थे यह बेहद गैरजिम्मेदाराना से खतरनाक हो सकता है और इसे रोकना चाहिए।”

    रविवार को और अधिक विरोध प्रदर्शनों की योजना बनाई गई है। साल 1997 में चीनी हुकूमत के अंतर्गत हांगकांग आया था। यह शहर “एक देश, द्वि प्रणाली” फार्मूला का पालन करता है जिसके तहत मुख्यभूमि में आज़ादी का लुत्फ़ नहीं उठाने नहीं दिया जाता है। इसमें स्वतंत्र न्यायपालिका और प्रदर्शन की आज़ादी भी शामिल है।

    आलोचकों के मुताबिक, प्रत्यर्पण बिल हांगकांग के कानून और उसकी एशियाई फाइनेंसियल हब की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर  छवि को खतरे में डाल सकता है। हांगकांग में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच ब्रिटिश शासन से चीनी शासन को सौंपे जाने की 22वीं वर्षगांठ पर सोमवार को झड़पें हुईं।

    बीजिंग ने दखलंदाज़ी से इंकार किया है लेकिन हालिया बिल चीनी नियंत्रण की पुष्टि करता है। कई लोगो को भय है कि अदालतों को भी कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण में रखा जायेगा जहां मानवीय अधिकारों की कोई गारंटी नहीं होगी।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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