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    हांगकांग

    चीन ने बुधवार को ब्रितानी विदेश सचिव जेरेमी हंट के बेशर्म बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि “विदेश सचिव के परिणाम भुगतने की चेतावनी के बाद चीन ने लंदन के समक्ष कूटनीतिक शिकायत दर्ज की थी।” विदेश सचिव जेरेमी हंट ने कहा कि “साल 1997 में हांगकांग को सौंपने के दौरान की गयी प्रतिबद्धताओं को अगर चीन नजरअंदाज करता है तो परिणाम भुगतने को तैयार रहे।”

    चीन ने ब्रिटेन के पूर्व उपनिवेशवाद पर शब्दों की जंग को बढ़ा दिया है। हांगकांग में प्रत्यर्पण विधेयक के खिलाफ समूचे शहर में व्यापक प्रदर्शन हुए थे। हालाँकि अब इस विधेयक को स्थगित कर दिया गया है।

    विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने न्यूज़ ब्रीफिंग में कहा कि “यह कहना कि हांगकांग के निवासियों के लिए ब्रिटेन की सौंपी गयी आज़ादी है, तो यह सब महज शर्मिंदगी है। मैं श्रीमान हंट से कहना चाहता हूँ कि क्या ब्रितानी उपनिवेशवाद के युग के दौरान हांगकांग में लोकतंत्र की बात कोई करता था।”

    उन्होंने कहा कि “सिर्फ जब चीन को हांगकांग वापस दिया गया था तब ही आवाम को लोकतंत्र और आज़ादी के बाबत अभूतपूर्व गारंटी मिली थी। सिनो-ब्रिटेन जॉइंट डेक्लेरेशन के तहत ब्रिटेन की जिम्मेदारियां खत्म हो चुकी है और हांगकांग अब पूरी तरह चीन का आंतरिक मामला है।”

    बीते हफ्ते पूर्व ब्रितानी कॉलोनी में चीन को सौंपे जाने की 22 वीं सालगिरह के दौरान व्यापक प्रदर्शन हुए थे। चीन बीते 22 सालो से हांगकांग में हुकूमत कर रहा है। गेंग ने कहा कि “हांगकांग के बारे में बोलते हुए हंट ने खुद की गलतियों को सुधारने में कोई कोशिश नहीं की है और इस मामले पर अपनी जुबान को खुला छोड़ दिया था।”

    उन्होंने कहा कि “क्या उन्हें अगस्त 2011 में लंदन में हुए दंगे याद है, ब्रितानी पुलिस ने इसे कैसे कुचला था। हमें उम्मीद है  कि ब्रिटेन अपनी क्षमताओं का अधिक अंदाजा नहीं लगाएगा और हांगकांग के मामले में दखलंदाज़ी नहीं करेगा। इसका निरर्थक होना तय है।”

    चीन ने हंट के बयान पर बीजिंग और लंदन में विरोध किया है। दक्षिणी चीनी सागर मामले बीते वर्ष से दोनों देशों के सम्बन्धो को सुधारने के लिए कार्य किया था। करीब 1500 बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने हांगकांग को एशिया का मुख्यालय बनाया है और इसका कारण यहां की स्थिरता और कानून थे। लेकिन दशकों के सबसे बड़े और हिंसक प्रदर्शन ने इस अनुभूति को परिवर्तित कर दिया है।

    हांगकांग में 30 वर्षों से कार्यरत ब्रितानी वकील स्टीव ने कहा कि “अगर यह बिल पूरी तरह से रद्द नहीं किया गया तो मेरे पास अपने घर लौटने के आलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।” 27 वर्षीय निवेश बैंकर डेनियल यिम ने कहा कि “दोनों पक्षों को बैठकर मसलों को सुलझाना चाहिए।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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