हॉंकॉंग में जारी प्रदर्शन के बाबत अमेरिका के बयान पपर चीन ने सोमवार को अपनी सख्त प्रतिक्रिया जाहिर की है। वांशिगटन ने हॉंकॉंग लोकतान्त्रिक अभियान के नेताओं को जेल में डालने के खिलाफ आवाज़ उठायी थी। चीन ने कहा कि “अमेरिका का बयान हमारे मामले में अशिष्टतापूर्ण दखलंदाज़ी है।”
हांगकांग में जेल गए कार्यकर्ता
साल 2014 में अम्ब्रेला अभियान के लिए चार दिग्गज कार्यकर्ताओं को जेल भेजा गया था। जिसने हांगकांग के केंद्रीय कारोबार को कुछ महीनो के लिए अपाहिज सा कर दिया था और चीन ने शहर के नेतृत्व और निर्देश पर क्रोध व्यक्त किया था।
अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि “वह जेल में कैद करने से निराश है और शहर को निवासियों की अभिव्यक्ति की आज़ादी और शांतिपूर्ण असेंबली का सम्मान करना चाहिए।”
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि “हम इस पर असंतोष व्यक्त करते हैं और दृढ़ता से इस बयान का विरोध करते हैं। अमेरिका से चीन आग्रह करता है कि वह चीन की सम्प्रभुता का सम्मान करे, हांगकांग के नियम-कानून की इज्जत करे और न्यायिक आज़ादी का सम्मान करे और हांगकांग के आंतरिक मामले में दखलंदाज़ी करना बंद करे।”
अमेरिका हस्तक्षेप करना बंद करे
उन्होंने कहा कि “यह चीन के आंतरिक मामलो और हांगकांग (विशेष प्रशासनिक क्षेत्र) के मामले में अशिष्टतापूर्ण हस्तक्षेप है।” अमेरिका ने बीते सप्ताह हांगकांग की चीन के साथ प्रत्यार्पण संधि पर भी आगाह किया था। जिसके तहत इंटरनेशनल फाइनेंसियल हब के निवासियों को सुनवाई के लिए चीन के अपारदर्शी अदालत में जाना होगा।
गेंग ने इस नीति का बचा करते हुए कहा कि “शहर को भगोड़ो के लिए सुरक्षित पनाह बनने से रोकने के लिए यह जरुरी था।” हांगकांग चीन की ‘एक राष्ट्र द्वी प्रणाली’ की नीति को मानता है। चीन एक ही है लेकिन चीनी क्षेत्र अलग है जो अपनी आर्थिक व प्रशासनिक नीतियों को बना सकते हैं।