इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट असोशिएशन (IATA) ने अपनी एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि वर्ष 2037 तक एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या दोगुनी हो जाएगी।
IATA की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2037 तक एशिया-प्रशांत में करीब 8.2 अरब लोग प्रतिवर्ष हवाई यात्रा का अनुभव लेंगे। हालाँकि IATA द्वारा की गयी भविष्यवाणी पर विश्लेषक अभी यकीन करने से बच रहे हैं, क्योंकि यह भविष्यवाणी 20 साल बाद के लिए की गयी है।
290 एयरलाइनों के समूह ने भी आंकड़ों को जारी करते हुए बताया है कि वर्तमान में हवाई यात्रियों की संख्या 4.1 अरब है और यह संख्या प्रतिवर्ष की दर से 3.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
वहीं आईएटीए ने यह भी बताया है कि आने वाले 20 सालों में हवाई यात्रा के व्यवसाय में करीब 10 करोड़ नौकरियों का भी उत्पादन होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2037 तब दुनिया के कुल हवाई यात्रियों में एशिया-प्रशांत से आने वाले यात्रियों का हिस्सा 50 प्रतिशत से भी अधिक होगा। इसी के साथ तब भारत कुल हवाई यात्रियों के मामले में तीसरे नंबर पर आ जाएगा।