हरियाणा की राजनीति में गहरा दखल रखने वाले चौटाला परिवार में आतंरिक कलह चरम पर पहुँच गई है। ताजा घटनाक्रम में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोक दल के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला ने अपने दोनों पोते दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निकल दिया है।
दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के परपोते हैं।
दुष्यंत को पार्टी की संसदीय समिति के प्रमुख पद से भी हटा दिया गया है। दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला को अनुसाशनहीनता और पार्टी विरोधी कायों के आरोप में पार्टी से बर्खास्त किया गया है।
हरियाणा में अगले साल अक्टूबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं। दिग्विजय और दुष्यंत अपने समर्थकों के साथ दुष्यंत को पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की कोशिश कर रहे थे। उसके बाद ओम प्रकाश चौटाला ने इनके खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया था।
पार्टी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ‘आतंरिक जांच में पाया गया कि 7 अक्टूबर को चौधरी देवी लाल के जन्मोत्सव समारोह में दुष्यंत और दिग्विजय पार्टी और पार्टी नेतृत्व के खिलाफ साजिश कर रहे थे। उसके बाद उन्हें अनुशासनहींनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों ने संलिप्त होने कारण पार्टी की सभी जिम्मेदारियों और पार्टी से बर्खास्त किया जाता है।’
राज्य में पहले से ही ख़राब स्थिति से जूझ रही पार्टी के लिए ये कदम एक झटके की तरह है। इस कदम से अगले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पार्टी को नुक्सान होने की संभावना जताई जा रही है।
हाल के वर्षों में देश के राजनितिक परिवारों में सत्ता को लेकर आतंरिक कलह की घटनाएं कुछ ज्यादा ही सामने आयी है। उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी को ऐसे ही पारिवारिक झगड़ों से दो चार होना पड़ा था। हाल के दिनों में बिहार में लालू यादव के दोनों पुत्रों तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच भी मनमुटाव की खबरें आ रही थी।