पाकिस्तान की टीम को रविवार 16 जून को भारत से मिली हार के बाद हर जगह से आलोचनाएं सुनने को मिल रही है। लेकिन भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह उनके बचाव में आए है। पाकिस्तान के लिए रविवार का दिन अच्छा नही रहा और भारत ने एकतरफा मैच में उन्हे डकवर्थ लुईस नियम से उनको 89 रन से मात दी। जबकि इस प्रसिद्ध स्थिरता ने हमेशा क्रिकेट जगत को कुछ क्लासिक मैच दिए हैं, लेकिन नवीनतम मैच निराशाजनक था।
पाकिस्तान मैनचेस्टर में मैच के समय एक बार भी भारत को चुनौती नही दे सकी। टॉस जीतने के बावजूद, वह पूरे मैच में बैकफुट पर रहे। भारत ने उसके बाद वापिस पीछे मुड़कर नही देखा जब उनके ओपनर केएल राहुल और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 136 रन की साझेदारी की थी। भारतीय टीम को यह एक अच्छी शुरुआत मिली थी और उन्होने निर्धारित 50 ओवर में 336 रन बनाए थे। रोहित टीम की तरफ से सर्वाधिक 140 रन मारने वाले खिलाड़ी थे, केएल राहुल और विराट कोहली ने भी अर्धशतक लगाए।
पाकिस्तान गेंदबाजी के बाद बल्लेबाजी में भी नाकाम रही। 337 रनो के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम को 166 रन के स्कोर पर 6 झटके लग चुके थे। बारिश के कारण उसके बाद मैच रोकना पड़ा और खेल 40 ओवर का हो गया और पाकिस्तान के लिए मुश्किल और बढ़ गई थी क्योंकि उनको 5 ओवर में 136 रन बनाने थे। टीम आखिरी तक 6 विकेट के नुकसान में 212 रन ही बना सकी और विश्वकप में भारत के खिलाफ अपनी सातवीं हार झेलनी पड़ी।
अप्रत्याशित रूप से, पाकिस्तानी प्रशंसक अपने खिलाड़ियों पर भारी पड़ गए हैं। फैंस खिलाड़ियों को न केवल उनके प्रदर्शन के लिए बल्कि समर्पण की कमी के बारे में भी कह रहे थे। हार के मद्देनजर, सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए, जिसमें खिलाड़ियों को भारत के खिलाफ खेल से कुछ घंटे पहले बर्गर खाते देखा गया। एक वीडियो में शोएब मलिक, इमाम-उल-हक और वहाब रियाज को मैच से एक रात पहले 2 बजे शीशा लाउंज में देखा गया था।
हरभजन सिंह ने खिलाड़ियो का बचाव किया
जहां पाकिस्तान के खिलाड़ी अपने खिलाड़ियो की आलोचना करने से पीछे नही हट रहे है, हरभजन सिंह के अब उनके बचाव में सामने आए है। दिग्गज स्पिनर ने कहा की खिलाड़ियो को अनुमति है चाहे वो जो मर्जी खाए। उन्होने इस बात को भी खारिज किया की इस डाइट की वजह से उनके प्रदर्शन में कमी थी। हरभजन सिंह ने इंडिया टुडे से कहा, ” उन्हे बर्गर खाने के लिए अनुमति है, यह उनकी मर्जी है वो जो मर्जी खाए।”
दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क की एक अलग राय थी। विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाड़ियों को आत्मसात करने और खराब प्रदर्शन के पीछे के कारण का पता लगाने की जरूरत है।