स्विट्ज़रलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड तीन दिन के भारत के दौरे पर आयी है। डोरिस की यात्रा के दौरान भारत और स्विट्ज़रलैंड के बीच व्यापर और निवेश संबंधो में मजबूती लाने सहित द्विपक्षीय संबंधो को लेकर चर्चा हो रही है। स्विस राष्ट्रपति के साथ वरिष्ठ सरकारी अधिकारीयों और स्विट्ज़रलैंड की बड़ी कम्पनियों का कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भारत आया है।
स्विट्ज़रलैंड की राष्ट्रपति डोरिस और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई समझोतो पर हस्ताक्षर किये। स्विट्ज़रलैंड और भारत के बीच एक सूचनाओं के आटोमेटिक एक्सचेंज पर समझौता हुआ। इस समझौते के तहत 2019 से पहले कालेधन,विदेश में जमा धन और स्विट्ज़रलैंड में प्रॉपर्टी खरीददारी से जुडी सूचनाओं को एक्सचेंज किया जायेगा। रेल हादसों से उबरने के लिए भी भारत स्विट्ज़रलैंड से मदद लेने जा रहा है।
स्विस राष्ट्रपति डोरिस और पीएम मोदी के बीच हुई बातचीत में कई मुद्दों को उठया गया। पीएम मोदी ने वातावरण में हो रहे बदलाव को लेकर कहा कि वातावरण बदलना सभी देशो के लिए बड़ी चुनौती है। एनएसजी और एमटीसीआर की मेम्बरशिप के लिए पीएम मोदी ने स्विट्ज़रलैंड को धन्यवाद दिया।
Climate change is a big challenge which is being faced by all countries: PM Modi pic.twitter.com/iATrDxP0nq
— ANI (@ANI) August 31, 2017
स्विस राष्ट्रपति ने क्लीन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया और स्मार्ट सिटी में अहम् भागीदारी निभाने का वादा किया है।
अंत में पीएम मोदी ने आयुर्वेद को याद रखने और सहयोग करने के लिए स्विस राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया।
I am happy that Switzerland has recognized Ayurveda and is interested for more cooperation in this field: PM Narendra Modi pic.twitter.com/i6Z9auAxzv
— ANI (@ANI) August 31, 2017
इस मीटिंग के बाद स्विस राष्ट्रपति ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की।