हाल ही में सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने झारखंड के लिट्टीपाड़ा जाना था। परन्तु अपने होटल से बहार निकलते ही कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया जिसमे उनकी उनसे हाथापाई एवं धक्का मुक्की हुई। स्वामी अग्निवेश के समर्थको की भी उनसे धक्का मुक्की हुई।
बता दे कि स्वामी अग्निवेश के कार्यक्रम की जानकारी जिला प्रशासन के पास भी थी। इसके बावजूद उन पर हमला हुआ। इस मुद्दे पर झारखंड भाजपा की तरफ से राज्य के शहरी विकास मंत्री सी.पी सिंह ने कहा कि ‘जहां तक मुझे पता है कि स्वामी अग्निवेश वह व्यक्ति है जो विदेश चंदे पर जीता है। वह भगवा वस्त्र पहनकर सीधे-साधे भारतीयों के साथ छल करता है। वह फ्रॉड है कोई स्वामी नहीं। उन्होंने लोकप्रियता के लिए यह हमला करवाया है’।
इसके बाद स्वामी अग्निवेश ने मीडिया से मुख़ातिब होते हुए कहा कि यह हत्या का प्रयास था, मुझे मारा जा सकता था। यह पूर्व नियोजित था एवं इसकी निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए। अग्निवेश ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने मॉब लिंचिग पर एक मजबूत फैसला दिया है। लेकिन जिस समय फैसला सुनाया जा रहा था, उसी समय एक भीड़ ने मुझ पर हमला किया। मैंने उनसे (भीड़) बात करने की भी अपील की, लेकिन उन्होंने मेरी नहीं सुनी।’ विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा, ‘‘यह घटना राज्य सरकार के निर्देश पर हुई। राज्य सरकार के पास भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा हमले की सूचना पहले से ही थी।’’
स्वामी के मुतबिक भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में तो लिया गया परन्तु कुछ समय के भीतर ही उन्हें छोड़ दिया। इस घटना के बाद तमाम दल के नेता झारखंड सरकार एवं भारतीय जनता पार्टी की कड़ी निंदा कर रही है। बता दे कि मारपीट कि वजह स्वामी अग्निवेश का कोई विवादित ब्यान बताया गया है। इसी के चलते मंगलवार उनकी झड़प हुई जिसमे उनके कपडे तक फट गए।