नामी कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के मुख्य वास्तुकार एमएस स्वामीनाथन को पहले विश्व कृषि पुरुषकर से नवाजा गया है। भारतीय कृषि क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए उन्हे यह पुरस्कार देश के उप राष्ट्रपति वेंकेय्या नायडू के हाथों दिया गया है।
इस पुरस्कार के साथ ही स्वामीनाथन को 1 लाख डॉलर (करीब 73 लाख रुपये) की धन राशि भी पुरस्कार स्वरूप दी गयी है।
इस दौरान उप राष्ट्रपति वेंकेय्या नायडू ने कहा कि “जिस तरह से हम एक पसंदीदा राष्ट्र हैं, उसी तरह से हमें कृषि को भी वही स्थान देना चाहिए।”
पुरस्कार लेने के साथ ही स्वामीनाथन ने कहा है कि “देश में किसानों के बिना कृषि का कोई भविष्य नहीं है, यह आम लोगों की जरूरत है, इसका व्यवसायिकरण नहीं किया जा सकता है।”