भारतीय पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने गुरूवार को प्रेस फ्रीडम अवार्ड जीता है। यह अवार्ड पत्रकारों को प्रतिवर्ष दिया जाता है। फ्रीलान्स रिपोर्टर स्वाति चतुर्वेदी को यह पुरूस्कार उनकी किताब ‘आईएम ए ट्रोल: इनसाइड थे सीक्रेट वर्ल्ड ऑफ़ भारतीय जनता पार्टीस डिजिटल आर्मी’ के लिए मिला है।
संघठन के मुताबिक स्वाति चतुर्वेदी ने ऑनलाइन शोषण जैसे गंभीर मुद्दा उठाया है। इन ट्रॉल्स को भाजपा इस्तेमाल करती है। इस पुरूस्कार को लन्दन में गेट्टी इमेज गैलरी ने दिया है। माल्टा की मेथ्यु कारुँना गलिजिया को प्रभावी पुरूस्कार से सम्मानित किया है। साल 2017 में भ्रष्टाचार की जांच के दौरान उनकी मां की हत्या कर दी गयी थी। गलिजिया ने अपने मां के हत्यारों को खोज निकला था।
इसके आलावा फिलिपींस की एस्पिना वरोना को स्वतंत्रता के लिए सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरूस्कार संवेदनशील मुद्दों आर रिपोर्टिंग और बाबाको अभियान के लिए मिला है। काद्वाल्लाद्र को अमेरिका और ब्रिटेन में लोकतान्त्रिक प्रक्रिया के जांच करने के लिए दिया गया है।
पुरूस्कार संघठन के सचिव ने कहा कि उम्मीद है स्वतंत्र मीडिया के खिलाफ दबाव झेलते समय उन्हें यह समर्थन और मदद महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने में मदद करेगी।