दिल्ली में प्रदुषण के साथ साथ स्वाइन फ्लू भी बहुत फ़ैल रहा है। अभी अभी ये साल शुरू हुआ है मगर फ्लू के हज़ार से भी ज्यादा मामले दर्ज़ किये जा चुके हैं और इसकी चपेट में छह लोगों की ज़िन्दगी जा चुकी है। बढ़ते फ्लू के कारण, दिल्ली हाई कोर्ट ने जजों, वकीलों और कर्मचारियों के बीच फ्लू को फैलने से रोकने के लिए एक सर्कुलर जारी किया है।
सर्कुलर में कहा गया है कि हाई कोर्ट परिसर और न्यायाधीशों के आवासों में धूमन किया जाएगा। यह फ्लू को फैलने से रोकने के लिए कुछ डॉस और डॉनट्स को भी सूचीबद्ध करता है।
सर्कुलर में आगे कहा गया है कि सीएमओ और चिकित्सा अधिकारी (पैथोलॉजिस्ट), दिल्ली हाई कोर्ट चिकित्सा और स्वास्थ्य केंद्र, ने सर्दियों की शुरुआत में टीकाकरण की सिफारिश की है।
यह एक अन्य चिकित्सा अधिकारी का भी सुझाव देता है कि होम्योपैथी दवा प्रभावी है और स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए ली जा सकती है और कहा है-“होम्योपैथी दवा हाई कोर्ट के औषधालय में उपलब्ध है”।
बाकी डॉस (क्या करना चाहिए) में लिखा है-
खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोना चाहिए, बीमार इन्सान की चीजों के इस्तेमाल से बचना चाहिए, स्वाइन फ्लू से ग्रस्त हैं तो मास्क पहन कर रहना चाहिए, अगर बुखार है, जुखाम है, खासी, लाल आखें, सर दर्द तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, जल्दी ठीक होने के लिए ज्यादा सोना चाहिए और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए ज्यादा पानी पीना और फल खाने चाहिए।
डॉनट्स (क्या नहीं करना चाहिए) में लिखा है-
खुद से दवाई नहीं लेना चाहिए, अपनी आखें, नाक और मुँह को अपने हाथो से मत रगड़िये क्योंकि ऐसे करने से वायरस फैलने का खतरा रहता है, भीड़-भाड़ वाली जगहों को नज़रअंदाज़ कीजिये, अगर आप में जरा भी लक्षण दिखने लगे तो बाकियों से थोड़ा दूरी बनाये रखे।