भारत साल 2019 तक खुले से शौच मुक्त राष्ट्र में तब्दील हो जायेगा और नाइजीरिया भी इस राह में आगे बढ़ेगा। फ़ेडरल रिज़र्व ऑफ़ नाइजीरिया के जल संसाधन मंत्री सुलैमान एच अदामु ने कहा कि “देश को भारत में चल रहे स्वच्छ भारत अभियान ने चुनौती दी थी और इसे समस्त नाइजीरिया में सफलता हासिल हुई है।
भारत की तर्ज पर नाइजीरिया में भी खुले में शौच मुक्त अभियान की शुरुआत की गयी है। नाइजीरिया के अधिकारी जल्द ही भारतीय सहयोगियों के साथ मिलकर नाइजीरिया में इस अभियान को शुरू करने के बाबत चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि नाइजीरिया को उम्मीद है कि वह अणि सफलता का उदाहरण अन्य अफ्रीकी राष्ट्रों को दे सकेंगे, जो भारत ने उदाहरण प्रस्तुत किया है।
स्वच्छ भारत अभियान पर नाइजीरिया के मंत्री ने कहा कि “यह अभियान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए एक प्रमाण है। यह दर्शाता है कि अगर राजनितिक इच्छाशक्ति हो, उपयुक्त रणनीतियां, जनता में सजगता और पर्याप्त संसाधन हो तो लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि भारत में इस अभियान के बाद खुले में शौच करने वालों की संख्या में कमी आयी है।
उन्होंने कहा कि “भारत में नाइजीरिया के अभियान के लिए योजना तैयार है। यह योजना महात्मा गाँधी इंटरनेशनल सैनिटेशन कांफ्रेंस में अक्टूबर, 2018 में मेरे आमंत्रण के दौरान बनायीं गयी थी। इस समारोह ने स्वच्छ भारत अभियान की असली अहसास को मुझ तक पंहुचाया और मुझे समझ आया कि इस अभियान से बहुत कम समय में भारत में फर्क देखने को मिला है, मैं इससे हैरान था।”
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश भारत और नाइजीरिया विश्व के दो ऐसे देश है जो खुले में शौच की समस्या को झेल रहे हैं। बहरहाल, इस अभियान से इस समस्या से निजात मिली है। भारत और नाइजीरिया कई एकसमान समस्याओं से जूझ रहे हैं, जैसे स्वछता और सफाई की प्रसाशनिक व्यवस्था की परेशानी झेल रहे हैं।