अमेठी के एक स्थानीय कांग्रेसी नेता ने भारत निर्वाचन आयोग में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर शपथ-पत्र में अपनी शिक्षा से जुड़े झूठे दस्तावेज जमा करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई है।
11 अप्रैल को जमा कराए गए शपथ-पत्र में अपने ईरानी ने बताया है कि उन्होंने सर्वाधिक पढ़ाई 1994 में बी. कॉम. प्रथम वर्ष तक की है।
2004 में जब वह दिल्ली की चांदनी चौक सीट से चुनाव लड़ रही थीं तब दिए गए शपथ-पत्र में उन्होंने बताया था कि उन्होंने 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार स्कूल से बीए की पढ़ाई की है।
2011 के राज्यसभा चुनाव में अपने नामांकन पत्र के शपथपत्र में उन्होंने बताया था कि वह बी.कॉम. प्रथम वर्ष तक पढ़ी हैं।
लखनऊ में कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रमुख मोहम्मद तौहीद सिद्दीकी नजमी ने अपनी शिकायत में कहा है कि ईरानी ने 2014 के शपथ-पत्र में खुद को डीयू से स्नातक बताया, फिर 2019 में बी. कॉम. प्रथम वर्ष पास बताया। उन्होंने कहा है कि ऐसा कैसे है, क्या 2004 के बाद से स्मृति ईरानी ने अपनी डिग्री को पानी में बहा दिया है।
कांग्रेस नेता ने मंत्री की उम्मीदवारी रद्द करने और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।