सीरिया की सरकार की सेना और उनके रुसी सहयोगी ने विद्रोही नियंत्रित उत्तरी पश्चिमी इलाके पर व्यापक अभियान के तहत आक्रमक हवाई हमलो को लगातार पांचवे दिन तेवर कर दिया है। इस अभियान से दर्ज़नो लोगो की हत्याएं और जख्मी हुए हैं और हज़ारो लोग अपने घरो से भागने के लिए मज़बूर हुए हैं।
सीरिया की सरकार और रुसी जंगी जहाजों ने शनिवार को विद्रोहियों के इलाके इदलिब और पड़ोसी प्रान्त हमा में बमबारी को तीव्र कर दिया था। सीरिया की सेना ने इदलिब की तरफ नए सैन्य दस्ते को भेजा है। आधिकारिक सना न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, दक्षिण इदलिब और हमा में सेना ने जिहादियों के ठिकानो को तबाह कर दिया है क्योंकि वह लगातार तनाव में वृद्धि पर हुए हमले का उल्लंघन कर रहे थे।
लेकिन यूएन मानवीय संयोजक ने कहा कि “स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और निवास क्षेत्र को निशाना बनाया गया है और सरकारी सेना ने बीते 15 महीनो में सबसे खतरनाक बमबारी की है। बैरल बम को विस्फोटक सामग्री से भरा हुआ था और इन्हे जहाज से नीचे फेंका जा रहा था।
अमेरिकी स्थित यूनियन ऑफ़ मेडिकल केयर एंड रिलीफ आर्गेनाइजेशन के सुरक्षा प्रबंधक अहमद अल दबिश ने कहा कि “अब बमबारी वापस शुरू हो गयी है और अत्यधिक भारी है और यह जबल अल ज़ाविया व ग्रामीण उत्तरी हमा में पूरी तरह फ़ैल चुकी है।”
उन्होंने कहा कि “विमान अब नहीं रुक रहे हैं और और कई की तरह भारी मात्रा में बमबारी जारी है और हालात भयावह है।” सितम्बर में रूस और तुर्की ने संघर्षविराम पर बातचीत की थी। सीरिया सिविल डिफेंस ने कहा कि “बीते कुछ दिनों में 30 लोगो की मौत हुई है। असल में मृतकों की संख्या 50 है जबकि सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक 67 लोगो की हत्या की गयी है।”
इदलिब में नागरिक रक्षा निदेशक मुस्तफा अल हज योसेफ ने कहा कि “130000 लोगों अधिक अधिक सुरक्षित क्षेत्र की तरफ भाग गए हैं। प्रत्यक्ष तौर पर रक्षा केन्द्रो को निशाना बनाया जा रहा है।” सीरिया का सबसे बड़े भाग इदलिब पर विद्रोहियों का कब्ज़ा है।
राष्ट्रपति बशर अल असद समस्त देश में दोबारा नियंत्रण स्थापित करना चाहते हैं। अमेरिका के उत्तरी पूर्व इलाके में कुर्दिश समूहों का नियंत्रण है। इदलिब विद्रोही समूह का प्रमुख इलाका है इसमें ताकतवर हायत तहरीर अल शाम भी शामिल है। यह हथियारबंद समूहों का गठबंधन है जो आधिकारिक तौर पर अल कायदा से सम्बंधित है।
विद्रोहियों का समर्थन तुर्की करता है और इसकी निगरानी के लिए वहां सैनिको की तैनाती की है। वह मॉस्को के साथ हवाई हमलो को रोकने के लिए बातचीत कर रहे हैं।