सौराष्ट्र के कोच सितांशु कोटक ने भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री की उस बात का खंडन किया है जिसमें उन्होने कहा था कि रविंद्र जडेजा पर्थ टेस्ट मैच के लिए फिट नही थे और उनके कंधे में इंजरी थी और उन्होने इंजेक्शन लगवाया था। लेकिन इसमे सौराष्ट्र के कोच ने कहा जब जडेजा ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो रहे थे तो उससे पहले उन्होने रणजी ट्रॉफी मैच में कंधे से कंधा मिलाकर खेला था।
सौराष्ट्र के कोच ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा ” जब जडेजा सौराष्ट्र के लिए खेल रहे थे तो उनकी फिटनेस को लेकर कोई मुद्दा नही था, ना ही कोई कठोरता थी जिसके बारे में बात की जारी है। अगर कोई कठोरता यो इंजरी उनको होती तो वह रणजी ट्रॉफी नही खेल पाते और ऐसा होता तो वह हमें बताते।”
” उन्होने रेलवे के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेलने से पहले दो दिन अभ्यास भी किया था। उन्होने बल्लेबाजी और फील्डिंग सत्र में भी भाग लिया था वह चार दिन तक मैदान पर रहे थे। उन्होने रेलवे के खिलाफ दोनो इनिंगो में गेंदबाजी की थी, उन्होने बल्लेबाजी भी की थी और शतक भी जड़ा था।”
“अगर वह किसी कठोरता या दर्द से जूंझ रहे होते तो तुम्हे लगता वह इतने ओवर गेंदबाजी कर पाते? वह एकदम फिट थे जब वह हमारे साथ थे। मुझे नही पता क्यो हुआ जब वह सौराष्ट्र टीम छोड़कर गए। वह रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान बिलकुल फिट थे।”
जडेजा ने रेलवे के खिलाफ 12 नवंबर से 15 नवंबर के बीत राजकोट में मैच खेला था। उन्होने पहली इनिंग में 20 ओवर डाले थे जिसमे 58 रन देकर उन्होने 4 विकेट चटकाए थे और उसके बाद उन्होने 332 गेंदो का सामना करके 178 रन बनाए थे। वही जडेजा ने दूसरी इनिंग में 44 ओवर कराए थे और 3 विकेट लिए थे और दूसरी इनिंग में फिर बल्लेबाजी करते हुए 48 रन बनाए थे और सौराष्ट्र को जीत दर्ज करवायी थी।
हालांकि शास्त्री ने कहा था की जब वह ऑस्ट्रेलिया आए थे तो उनके कंधे में कठोरता दिखी जिसके लिए उन्होने इंजेक्शन लगवाया था।