पीएसए विश्व रैंकिंग के शीर्ष-10 में प्रवेश करने वाले पहले भारतीय पुरुष स्क्वैश खिलाड़ी सौरव घोषाल, जिन्होने इतिहास रचा था। वह इस तथ्य से खुश नही है कि स्क्वैश ओलंपिक खेलो का हिस्सा नही है। घोषाल ने एक इंटरव्यू में आईएएनएस को बताया, “यह न केवल मेरे लिए बल्कि दुनिया भर के हर स्क्वैश खिलाड़ी के लिए निराशाजनक है।” वह 10 अप्रैल से शुरू होने वाले मकाऊ ओपन में हिस्सा लेने के लिए मकाऊ जा रहे हैं। वह उस प्रतियोगिता में दूसरे वरीय हैं।
उन्होने कहा, ” “यह स्क्वैश को 2024 ओलंपिक का हिस्सा नहीं होने के कारण दर्द होता है। हमें खेल को बढ़ने में मदद करने की जरूरत है और ओलंपिक ऐसी चीज है जिसे हर खिलाड़ी आगे देखता है।”
घोषाल ने कहा कि अभी मेरी रणनीति अभी बहुत आगे तक की नही है और मैं जहा हूं वहां पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं। 32 वर्षीय यह खिलाड़ी भारत की ओर से विश्व जूनियर रैंकिंग में नंबर एक स्थान भी पा चुका है।
12 बार राष्ट्रीय और 6 बार एशियन गेम्स में पदक जीत चुके घोषाल ने कहा, ” जाहिर है, मैं पीएसए की टॉप-10 रैंकिंग में आकर बहुत खुश हूं। यह सफर मेरे लिए बहुत मुश्किल रहा है। मैं इसे हासिल करने के लिए नियमित अंतराल में अच्छा करते आया हूं और तभी मैं इसे साकार कर पाया हूं।”
उन्होंने कहा, “मैं पीएसए सर्किट पर अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखना चाहूंगा क्योंकि लगातार बने रहना महत्वपूर्ण है। अपनी चीजों को उन जगहों पर स्थापित करने का कोई मतलब नहीं है जो अभी बहुत आगे हैं। इसे कदम से कदम मिलाकर मदद करना है।”
घोषाल ने पिछले साल नवंबर में यहां कोलकाता अंतरराष्ट्रीय खिताब पर कब्जा किया था, जिसके बाद वह फरवरी में 2018-19 विश्व चैंपियनशिप शिकागो में अपने करियर में पहली बार क्वार्टरफाइनल में जगह बना पाए थे और पिछले महीने प्रतिष्ठित ग्रास्होपर कप ज्यूरिक में भी वह क्वार्टरफाइनल में पहुंचे थे।