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    गांगुली

    महेंद्र सिंह धोनी विश्व क्रिकेट का एक बहुत बड़ा नाम है और शायद हमेशा कहा गया है, एक बड़ा नाम कभी भी विवादों से परे नहीं रह सकता है, चाहे वह विवाद उसके निजी जीवन से सम्बंधित हो या उसके कार्य से।

    महेंद्र सिंह धोनी भारतीय इतिहास के सबसे सफल कप्तान, एक करिश्माई बल्लेबाज़, एक चतुर खिलाडी, एक ऐसा व्यक्ति जिसे हर परिस्थितियों की समझ हो या उससे निकलने की राह मालूम हो। वैसे धोनी के करियर को एक पंक्ति से जोड़कर कहा जा सकता है कि “जिस प्रकार चंद्रमा उगने से आकाश में उजाला नहीं होता, ठीक उसी तरह डूबते हुए सूरज का कोई दीवाना नहीं होता”। यह बात हम सब जानते है कि धोनी अब अपने करियर के अंतिम मोड़ पर है और अब उनके लिए भारत के कुछ दिगज्जों द्वारा कठोर रवैया अपनाना सही नहीं है।

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    आपको बता दें न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ हुई टी-20 श्रृंखला के बाद से धोनी के खेल को लेकर भारत के कई पूर्व दिगज्जो द्वारा सवाल उठाये गए है जिनमे कई बड़े नाम शामिल है। भारत के पूर्व कप्तान और दिगज्ज बल्लेबाज़ सौरव गांगुली ने महेंद्र सिंह धोनी को सुझाव दिया है कि वह टी-20 मैच में अपने खेल में बदलाव लाए, गांगुली ने कहा, “वनडे मैचों की तुलना में धोनी का टी-20 में रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं है, उम्मीद करते हैं कि कोहली और टीम प्रबंधन उनसे अलग से बात करेगा”।

    गांगुली ने आगे कहा कि “धोनी में अभी भी काफी क्षमता है, अगर वह टी-20 के प्रति रवैया और खेल बदलता है तो वह फिर से सफल हो सकता है”। इससे पहले पूर्व बल्लेबाज़ वीवीएस लक्ष्मण और अजित अगरकर सहित कुछ पूर्व क्रिकेटर हाल ही में धोनी के टी-20 भविष्य पर सवाल उठा चुके हैं और टीम में उनके स्थान को लेकर भी प्रश्न कर चुके है।

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