विश्वकप के 12वें संस्करण के लिए अब केवल एक महीने का समय बाकि है। और सभी 10 टीमो ने शोपीस इवेंट के लिए अपनी 15 सदस्यीय विश्वकप टीम की घोषण भी कर दी है। 1992 के बाद यह पहली बार होगा कि विश्वकप में सभी टीम एक दूसरे के खिलाफ भिड़ेंगी। और इस बार का विश्वकप एक राउंड रॉबिन लीग प्रारूप में खेला जाएगा, शीर्ष चार टीम सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी। विश्वकप 2019 का पहला मैच इंग्लैंड और दक्षिण-अफ्रीका के बीच खेला जाएगा, और दोनो टीमें 1992 से सेमीफाइनल में चार बार हारी है।
भारत अपने अभियान की शुरुआत 5 जून को दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ करेगा। टीम की अगुवाई विराट कोहली द्वारा होगी, और वह विश्वकप में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले 10वें कप्तान होंगे। यह विराट कोहली का तीसरा विश्वकप होगा और अनुभवी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी का यह चौथा और अंतिम आईसीसी टूर्नामेंट हो सकता है।
गांगुली 2003 में विश्वकप जीतने के बेहद करीब पहुंचे थे लेकिन पोंटिंग की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलिया से उन्हें फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, जो इस समय मौजूदा आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की टीम से सलाहकार की भूमिका निभा रहे है, उन्होने अब आगामी विश्वकप को लेकर अपनी राय रखी है। उन्हें लगता है कि यह विश्वकप शायद सबसे अच्छे प्रारूप के साथ सबसे अधिक प्रतियोगिता में टूर्नामेंट में से एक होगा।
पूर्व कप्तान ने भविष्यवाणी की कि चार टीम जो सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी उसमें: भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और पाकिस्तान की टीम होंगी। इससे पहले इन चार टीमो ने 1987 में सेमीफाइनल में प्रवेश किया था और जिसने जीत दर्ज की थी वह ऑस्ट्रेलिया की टीम थी जिन्होने उस समय अपने पहले विश्वकप पर कब्जा किया था।
गांगुली ने स्क्राल.इन पर कहा, “यह शायद सबसे अच्छे प्रारूप के साथ विश्व कप में सबसे अधिक प्रतियोगिता में से एक होने जा रहा है। सर्वश्रेष्ठ चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी और चार सेमीफाइनल स्पॉट के लिए मेरी टीम- भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और पाकिस्तान होगी।”
गांगुली 2003 में कपिल देव के बाद दूसरे कप्तान के रूप में भारत के लिए विश्व कप जीतने के करीब आए थे लेकिन उस साल रिकी पोंटिंग के ऑस्ट्रेलिया द्वारा फाइनल में उनके पक्ष को उलझा दिया गया था। हालांकि, एमएस धोनी 2011 में भारत को अपना दूसरा खिताब दिलाने वाले महान क्रिकेटर के बाद दूसरे कप्तान बने।