Sat. Nov 16th, 2024
    चीन

    चीन ने दुनिया का पहला सोलर हाइवे बनाने में सफलता हासिल की है। सोलर एनर्जी से बने 1 किलोमीटर लंबे हाइवे से सर्दियों में जमी हुई बर्फ को पिघलाया जा सकता है। सोलर हाइवे के ऊपर वाहनों के चलने से बिजली का निर्माण भी किया जा सकता है।

    सोलर हाइवे के नीचे सोलर पैनल का इस्तेमाल किया गया है। वहीं सड़क की सतह को पारदर्शी बनाया गया है ताकि सूर्य की किरणें इन्हें पार कर पैनल तक पहुंच जाएं। इस हाइवे को शेनडांग प्रांत की राजधानी जिनान में बनाया गया है।

    चीन में बने इस सोलर हाइवे के ऊपर चलने वाले इलेक्ट्रीक वाहनों को भी चार्ज किया जा सकता है। एक अनुमान के मुताबिक सोलर हाइवे से जो बिजली बनेगी उसमें करीब 800 घरों को बिजली आपूर्ति की जा सकती है। ये हाई-वे सामान्य हाई-वे की तुलना में 10 गुना ज्यादा प्रेशर झेल सकता है।

    सड़क के नीचे लगे 5875 वर्ग मीटर के सौर पैनल एक साल में 10 लाख किलोवाट बिजली पैदा करेंगे। सोलर हाइवे को बीस साल के लिए डिजाइन किया गया है।

    फ्रांस, हॉलैंड व जर्मनी भी कर रहे सोलर प्रोजेक्ट पर कम

    सोलर हाइवे की बिजली से सड़क किनारे रोड़ लाईटों, साइन बोर्ड व सर्विलांस कैमरों को चलाया जा सकता है। हाइवे की पारदर्शी सड़क में पहले कंकरीट की परत है, दूसरी परत में सिलिकॉन के पैनल लगे हुए है और सबसे नीचे वॉटरप्रूफ परत है।

    चीन ही नहीं बल्कि फ्रांस, हॉलैंड व जर्मनी भी सोलर हाइवे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे है। हाल ही में फ्रांस के एक गांव में सोलर पैनल रोड बनाई गई है। फ्रांस ने इस पर दावा किया है कि ये दुनिया की पहली सोलर पैनल रोड है।

    गौरतलब है कि इससे पहले चीन ने दुनिया का सबसे लंबा व ऊंचा कांच का पुल भी बनाया है। कांच के इस पारदर्शी पुल की निर्माण चीन ने पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए किया है।