बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री सोनी राजदान ने मंगलवार को इस बात की जांच की मांग की है कि क्यों साल 2001 में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को ‘बली का बकरा’ बनाया गया और जांच अधिकारी के खिलाफ उसके सवाल उठाने के बावजूद उसे साल 2013 में फांसी दी गई। सोनी राजदान ने अपने विवादास्पद ट्वीट में कहा, “यह न्याय का तमाशा है। अगर वह बेगुनाह है तो उसे मौत से वापस कौन लाएगा? इसीलिए मृत्युदंड का इस्तेमाल हल्के में नहीं किया जाना चाहिए।”
मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट की मां सोनी ने यह भी कहा, “अफजल गुरु को बली का बकरा क्यों बनाया, इसकी भी ठोस जांच होनी चाहिए।”
अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा, “इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि अफजल जैसे लोगों को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किस तरह से प्रताड़ित और मजबूर किया जाता है और बाद में मृत्युदंड दिया जाता है।”
उनका यह ट्वीट जम्मू और कश्मीर के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) दविंदर सिंह की 11 जनवरी को हुई गिरफ्तारी के संदर्भ में आया है, जिसपर कथित रूप से गाड़ी में तीन खूंखार आतंकवादियों के साथ सवार रहने का आरोप है।
तिहाड़ जेल से अफजल गुरु द्वारा अपने वकील सुशील कुमार को लिखे एक खत में दविंदर सिंह का नाम लिया गया था। गुरु को नौ फरवरी, 2013 को फांसी दे दी गई।
अफजल गुरु को 13 दिसंबर, 2001 को हुए संसद हमले का दोषी पाया गया था, जिसमें पांच आतंकी समेत 14 लोग मारे गए थे।
सिंह से फिलहाल एनआईए पूछताछ कर रही है।