भारत के स्टार युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ एक बार फिर अभ्यास करने के लिए मैदान में उतरे। इससे पहले उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले अभ्यास मैच के दौरान एंकल इंजरी हो गई थी। जिसके कारण वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज का हिस्सा नही बन पाए थे।
19 वर्षीय की, अक्सर महान सचिन तेंदुलकर से भी तुलना की जाती है। शॉ मुश्ताक अली घरेलू टी-20 टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए बैंगलोर के नेशनल क्रिकेट अकादमी में अभ्यास करते हुए नजर आए।
मुंबई के इस बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में टेस्ट डेब्यू किया था और अपने डेब्यू मैच में उन्होने शानदार शतक जड़ा था, लेकिन उसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज की टीम का हिस्सा नही बन पाए थे क्योंकि अभ्यास मैच के दौरान वह चोटिल हो गए थे।
शॉ ने इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार कहा, ” मुझे दुख हुआ क्योंकि यह मेरे लिए अच्छा मौका था कि में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुणवत्ता वाले गेंदबाजी अतिक्रमण के खिलाफ खेल सकूं। मैं थोड़ा परेशान हुआ था।”
कम उम्र वाले ओपनर बल्लेबाज ने कहा, ” कभी-कभी सब कुछ आपके हाथो में नही होता। लेकिन अब में मुश्ताक अली टूर्नामेंट खेलने के लिए आगे देख रहा हूं और अपना टच और विश्वास वापस लाना चाहता हूं।”
शॉ सिडनी में खेले जा रहे अभ्यास मैच के दौरान अश्विन की गेंद पर कैच लपकते वक्त बाउंड्री के पास चोटिल हो गए थे जिसके बाद उन्हें सीरीज के लिए फिट नही हो पाए। लेकिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज 2-1 से जीती।
शॉ, ने अबतक भारत की टीम से केवल दो टेस्ट मैच खेले है और उसमें भी उन्होने अपने नाम एक रिकॉर्ड किया, वह भारत की तरफ से टेस्ट में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। उन्होने 18 साल, 10 महीने और 25 दिन की उम्र में शतक लगाया था।
केवल तेंदुलकर, जिनके नाम टेस्ट में 51 शतक है, वही एक ऐसे खिलाड़ी है जिन्होने पृथ्वी शॉ से कम उम्र में शतक लगाया है। सचिन नें अपने 9वें टेस्ट मैच में 17 साल की उम्र में 119 रन की नाबाद पारी खेली थी।
शॉ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे मैच में 70 और नाबाद 33 रन की पारी खेली थी, जहां वह मैन ऑफ द सीरीज रहे थे और टीम ने 2-0 से टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी।