उत्तर कोरिया ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की मुलाकात को ऐतिहासिक और शानदार करार दिया है। कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, दोनों नेताओं ने वार्ता को बहाल करने और कोरियाई पेनिनसुला में निरस्त्रीकरण में नए मोड़ के लिए फलदायी वार्ता करने पर रज़ामंदी जाहिर की है।
ट्रम्प-किम की ऐतिहासिक मुलाकात
शनिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति ने ट्वीटर पर आमंत्रण दिया था और दोनों नेताओं के बीच एक दिन बाद कोरियाई देशों के बीच विभाजित क्षेत्र में मुलाकात हुई थी। किम और ट्रम्प ने हाथ मिलाया और उसके बाद प्योंगयांग के क्षेत्र में प्रवेश किया था।
उत्तर कोरिया की सरजमीं पर कदम रखने वाले डोनाल्ड ट्रम्प पहले अमेरिकी राष्ट्रपति है। केसीएनए ने बताया कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के वरिष्ठ नेताओं ने पनमुंजोम पर ऐतिहासिक मुलाकात की थी और यह एक शानदार समारोह था। यहां बसा हुआ गाँव विभाजन का प्रतिक है।
यह मुलाकात ट्रम्प के सुझाव पर हुई थी। ट्रम्प ने सीमा पार की थी और अंतिम पल तक अनिश्चित सा था। ऐसा ही नजारा बीते वर्ष मून जे इन की किम के साथ पहली मुलाकात में देखने को मिला था। ट्रम्प ने किम से कहा कि “यह एक सम्मान की बात है कि आपने मुझसे सीमा के पार जाने के लिए पूछा और मैं सीमा को पार करने में गौरवान्वित महसूस करूँगा।”
व्हाइट हाउस आने का आमंत्रण
केसीएनए ने इसे ऐतिहासिक हमला क्षण करार दिया था। इतिहास में पहली बार किसी अमेरिका के राष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया की सरजमीं पर अपना कदम रखा था। दोनों नेताओं की पहली मुलाकात सिंगापुर में हुई थी जहां दोनों ने परमाणु निरस्त्रीकरण का संकल्प लिया था।
दूसरी मुलाकात इस वर्ष फरवरी में आयोजित हुई थी और दोनों पक्ष प्रतिबंधों से निजात के समझौते पर पहुंचने में विफल साबित हुई थी। रविवार को मुलाकात के बाद ट्रम्प ने कहा कि “वे उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम के लिए कार्यकारी स्तर पर वार्ता के लिए रजामंद है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने किम जोंग उन को व्हाइट हाउस आने का आमंत्रण दिया था। ऐसी यात्रा सही समय पर होगी। केसीएनए ने कहा कि “किम और ट्रम्प ने संयुक्त चिंताओं और हितों पर चर्चा की थी। साथ ही दोनों नेताओं ने भविष्य में संपर्क में रहने पर सहमति जताई थी।”
केसीएनए के मुताबिक, किम ने दोनों के बेहतरीन निजी संबंधों पर जोर दिया और कहा कि “वह एक बेहतरीन परिणाम देंगे जो दूसरो ने सोचा नहीं होगा और भविष्य में चुनौतियों और बाधाओं पर नियंत्रण के लिए रहस्यमय तरीके से कार्य करेंगे।” किम ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन का भी गर्मजोशी से अभिवादन किया था।