सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने गुरुवार को कहा कि देश की उत्तरी सीमा पर स्थिति नियंत्रण में है लेकिन अप्रत्याशित है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सैनिकों को पर्याप्त रूप से तैनात किया गया है। सेना प्रमुख जनरल पांडे ने नई दिल्ली में 15 जनवरी को मनाए जाने वाले सेना दिवस से पहले होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं। उन्होंने कहा कि इस बार ये इसलिए भी खास है क्योंकि यह आजादी का 75वां साल है।
Situation is stable on northern borders but unpredictable. We have been able to resolve five of the seven issues that were on the table. We continue to talk both at the military and diplomatic levels. We've enough reserves to deal with any contingency: Army chief Gen Manoj Pande pic.twitter.com/5O5EP829Wl
— ANI (@ANI) January 12, 2023
उन्होंने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिक दुश्मन की किसी भी नापाक मंशा को दृढ़ और दृढ़ तरीके से हराने के लिए एक मजबूत मुद्रा बनाए रखने में सक्षम हैं। सेना प्रमुख ने कहा कि भारत और चीन सात मुद्दों में से पांच को सुलझाने में सफल रहे हैं।
जनरल पांडे ने कहा, जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम ठीक चल रहा है, लेकिन आतंकवाद को सीमा पार से समर्थन अभी भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना देश की युद्ध तैयारियों को मजबूत करने के लिए आधुनिकीकरण, विशिष्ट तकनीकों का लाभ उठाने और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सेना प्रमुख ने अपने व्यक्तव्य में कहा, भारतीय सेना के 5 डोमेन में परिवर्तन होगा। जिसमें फोर्स की रिस्ट्रक्चरिंग, ऑप्टिमाइजेशन, मॉडर्नाइजेशन, टेक्नोलॉजी इन्फ्यूजन और ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट फिलॉसफी जैसे डोमेन शामिल हैं। सेना की 25-28 इमारतों में दरारें आ गई हैं। सैनिकों को अस्थायी रूप से शिफ्ट कर दिया गया है। अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें औली में स्थाई तौर पर तैनात करेंगे। स्थानीय लोगों को मदद पहुंचाने के लिए हमने अपने अस्पताल, हेलीपैड आदि सिविल प्रशासन को दिए हैं जिससे वे लोगों को अस्थाई तौर पर विस्थापित कर सकें।
उन्होंने कहा, पूर्वोत्तर के हालात पर सेना प्रमुख ने कहा- आर्थिक गतिविधियों और विकास की पहल के अच्छे परिणाम मिले हैं। हमारी पूर्वी कमान के उलट चीनी सैनिकों की संख्या में थोड़ी वृद्धि हुई है लेकिन हम कड़ी नजर रख रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में चल रहे संघर्ष विराम पर सेना प्रमुख ने कहा, फरवरी 2021 में हुआ संघर्ष विराम अच्छी तरह से चल रहा है। लेकिन, आतंकवाद और आतंकी ढांचे को पाकिस्तान से अभी भी सपोर्ट मिल रहा है। उन्होंने कहा, महिला अधिकारियों को जल्द ही भारतीय सेना की कोर ऑफ आर्टिलरी रेजीमेंट में कमीशन दिया जा सकता है। इसका एक प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा गया है।
जनरल पांडे ने कहा, हमारे विरोधी ने कश्मीर में अपनी नाकामी को छिपाने के लिए अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की कोशिश की है। इन इलाकों में सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है।