भारतीय सेना को अब अधिक ताकत की सौगात मिल गयी है। देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने गुरुवार को 3 आर्टिलरी गन सिस्टम को सेना में शामिल किया है।
इन आर्टिलरी गन सिस्टम में M777 अल्ट्रा लाइट होवित्ज़र, K-9 वज्र और एक समग्र गन वाहन शामिल है।
इसके तहत देवलाली में आयोजित सेना के समारोह में बोलते हुए रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा है कि अगले 5 सालों में इसी तरह के कई सिस्टम सेना में शामिल किए जाएँगे।
रक्षामंत्री ने बताया है कि बोफ़ोर्स के सेना में शामिल होने के करीब 30 साल बाद पहली बार कोई गन सिस्टम सेना में शामिल किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे, सेना प्रमुख बिपिन रावत व पूर्व सेना प्रमुख दीपक कपूर शामिल थे।
मालूम हो कि 155 एमएम व 39 कैलिबर की अल्ट्रा लाइट होवित्ज़र को अमेरिका से खरीदा गया है। इसके तहत दोनों सरकारों के बीच सीधा अनुबंध हुआ है। हालाँकि इसके पुर्जों को भारत में जोड़ने का काम महिंद्रा डिफेंस को मिला है।
वहीं दूसरी ओर 10 K9 वज्र जो कि 155एमएम व 52 कैलिबर से लैस है, इसे दक्षिण कोरिया से आयात किया गया है। इसे देश में असेंबल करने का काम एल&टी को मिला है।
रक्षामंत्री ने बताया है कि बची हुई 90 गन को देश में ही बनाया जाएगा। इसके लिए जरूरी उपकरणों को दक्षिण कोरिया से आयात किया जाएगा।
निर्मला सीतारमन ने इस प्रोजेक्ट को मेक इन इंडिया के तहत पूरा करने कि बात कही है।
गौरतलब है कि इन गन को ढ़ोने के लिए वाहन का निर्माण अशोक लीलैंड ने किया है।