भारतीय रेलवे सूरत शहर के रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम अगले वर्ष जनवरी से शुरू करेगा। इसके लिए बोली लगाने की अवधि को 15 अक्टूबर से बढ़ा कर 31 अक्टूबर कर दिया गया है।
भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम (IRSDC) ने बोली के लिए तारीख बढ़ाने यह कदम छोटी कंपनियों को भी आगे लाने के उद्देश्य से उठाया है।
इस प्रोजेक्ट के तहत भारतीय रेलवे 8.75 वर्ग मीटर का इलाका 90 साल के लिए बोली जीतने वाली कंपनी के हवाले करेगा। इसी के साथ वित्तीय और तकनीकी बोलियाँ 1 नवंबर से शुरू होंगी।
उम्मीद है कि रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का यह काम 90 से 120 दिनों में सम्पन्न हो जाएगा।
रेलवे के अधिकारियों का मानना है कि इस बोली में काफी बड़ी कंपनियाँ भी शामिल हो सकती है जिनके पास पहले भी इस तरह के कामों को करने का अनुभव रहा है।
मालूम हो कि सरकार जो 8.75 लाख वर्ग मीटर का इलाका कंपनी को सौपेगी, इसके अंतर्गत रेलवे स्टेशन के विकास व व्यावसायिक भवन का भी निर्माण होगा।
गौरतलब है कि सूरत रेलवे स्टेशन इसके बाद देश के उन चुनिन्दा 3 रेलवे स्टेशनों में शामिल हो जाएगा, जिन्हे विश्वस्तरीय सेवाओं के लिहाज से तैयार किया गया है। इसके पहले हबीबगंज और गांधी नगर रेलवे स्टेशन में विश्व स्तरीय सुविधाएं प्राप्त हैं।
रेलवे के इस प्रोजेक्ट के तहत भविष्य में सूरत मेट्रो और सबर्बन लाइन को भी जोड़ा जा सकेगा।
यह प्रोजेक्ट पीपीपी के तहत तयार हो रहा है। ऐसा पहली बार है कि किसी प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार व स्थानीय बॉडी भी सम्मलित हो कर मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब का निर्माण कर रहे हैं।